भालसरिक गाछ/ विदेह- इन्टरनेट (अंतर्जाल) पर मैथिलीक पहिल उपस्थिति
भालसरिक गाछ/ विदेह- इन्टरनेट (अंतर्जाल) पर मैथिलीक पहिल उपस्थिति
(c) २०००-२०२२ सर्वाधिकार सुरक्षित। विदेहमे प्रकाशित सभटा रचना आ आर्काइवक सर्वाधिकार रचनाकार आ संग्रहकर्त्ताक लगमे छन्हि। भालसरिक गाछ जे सन २००० सँ याहूसिटीजपर छल http://www.geocities.com/.../bhalsarik_gachh.html , http://www.geocities.com/ggajendra आदि लिंकपर आ अखनो ५ जुलाइ २००४ क पोस्ट http://gajendrathakur.blogspot.com/2004/07/bhalsarik-gachh.html (किछु दिन लेल http://videha.com/2004/07/bhalsarik-gachh.html लिंकपर, स्रोत wayback machine of https://web.archive.org/web/*/videha 258 capture(s) from 2004 to 2016- http://videha.com/ भालसरिक गाछ-प्रथम मैथिली ब्लॉग / मैथिली ब्लॉगक एग्रीगेटर) केर रूपमे इन्टरनेटपर मैथिलीक प्राचीनतम उपस्थितक रूपमे विद्यमान अछि। ई मैथिलीक पहिल इंटरनेट पत्रिका थिक जकर नाम बादमे १ जनवरी २००८ सँ "विदेह" पड़लै। इंटरनेटपर मैथिलीक पहिल उपस्थितिक यात्रा विदेह- प्रथम मैथिली पाक्षिक ई पत्रिका धरि पहुँचल अछि, जे http://www.videha.co.in/ पर ई प्रकाशित होइत अछि। आब “भालसरिक गाछ” जालवृत्त 'विदेह' ई-पत्रिकाक प्रवक्ताक संग मैथिली भाषाक जालवृत्तक एग्रीगेटरक रूपमे प्रयुक्त भऽ रहल अछि। विदेह ई-पत्रिका ISSN 2229-547X VIDEHA
(c)२०००-२०२२. सर्वाधिकार लेखकाधीन आ जतऽ लेखकक नाम नै अछि ततऽ संपादकाधीन। विदेह- प्रथम मैथिली पाक्षिक ई-पत्रिका ISSN 2229-547X VIDEHA सम्पादक: गजेन्द्र ठाकुर। सह-सम्पादक: डॉ उमेश मंडल। सहायक सम्पादक: राम विलास साहु, नन्द विलास राय, सन्दीप कुमार साफी आ मुन्नाजी (मनोज कुमार कर्ण)। सम्पादक- नाटक-रंगमंच-चलचित्र- बेचन ठाकुर। सम्पादक- सूचना-सम्पर्क-समाद- पूनम मंडल। सम्पादक -स्त्री कोना- इरा मल्लिक।
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Sunday, July 5, 2009
पञ्जी प्रबन्ध :१ :A: गजेन्द्र ठाकुर/ नागेन्द्र कुमार झा/ पञ्जीकार विद्यानन्द झा
बीजी पुरूषक नाम ओ पत्रांक गंगोली सँ बीजी गंगाधर १/१ (१-१)
खण्डलबला सँ बीजी संकर्षण १/४ (१-४) एकमा वलियास सँ बीजी धरनीधर २-१ बरूआनी मड़ार सँ बीजी दिवाकर २-१
धनोज सँ जनार्दन २-२ माण्डसर सँ बीजी त्रिनयनभट्ट- २-२ बाढ़ अलय सँ बीजी गंगाधर २=५ मतौना दरिहरासँ बीजी श्रीकर ३-२
सोनकरिआम करमहा सँ बी जी मōमō बंशधर ३-५ खौआल सँ बीजी मōमō प्रजापति ३ = ३
घुतहरा सँ गांगु ४-२
महथौर अलय सँ बीजी बाढ़न ४-२ शक्रिराय पुर नरउन सँ बीजी-मुरारि ४-३ करूआनी सकराढ़ी सँ बीजी हरदत्त ४-५ सरिसब सँ बीजी रत्नपाणि ४ = २
टकबाल सँ वीजी हरिपाणि ४=५ डोम टेकारी ग्रामतत्र चतुर्वैदाध्यायी बीजी कामदेव ५-४ तेसहोता सकुराढ़ी सँ बीजी-गंगादित्य ५=३
कुजोली सँ बीजी दाँतीय ५=४ रेकौरा गंगौलीसँ पण्डी त केशव ६-२ मौनीसँ शंकरदाश ६-२ रेकौरा सकराढ़ी सँ बीजी कपिलानन्द ६-३ अथ पल्लीक सँ बीजी कपिल देव ६=१ अवहिखण्डक भण्डबरिसम सँ बीजी कुसुमादित्य३ ७=१ उचति भण्डररि सम सँ बीजी महिपाणि ८-४ बभनियाम सँ बीजी हरिशर्म्म ८=३ महवाल सँ बीजी माहब-९-१
गढ़ विस्फीी सँ बीजी विष्णु शर्मा ९-४ पबौली ग्रामो पार्यक वाचस्प ति १०-१ जलक्यॉं्पट्ट सवारीवासी वीजी दामोदर १०-२ गढ़ निखुति सँ बीजी दामोदर १०-४ तल्हननपुर सँ बीजी त्रिपाठी रूद्र १०=२ गढ़ यमुगाम सँ बीजी श्रीकर ११-१ अथरी दरिहरा सँ बीजी कमलपाणि ११-२ नरउन सँ बीजी मōम! महिधर ११=२
जजिवाल सँ बीजी दण्ड पाणि ११ = ५
तिसउँत सँ बीजी विश्वōम्भिर १२-१ मेरन्दीस सै बीजी जनार्दन १२=४ धनरवोरी वासी मड़ार सँ वीजी थाने १३-१ करहिया पनिचोम सँ बीजी चण्डे्श्व२र १३-३ हड़ेहत पनिचोम सँ बीजी महुमहल १३-५
मालिछ सँ बीजी वत्सेजश्वीर १३=५ टकबाल से बीजी हरिकंठ १४-१ जगति विस्फीज सँ बीजी जयकर १४-४
केउटी राडढ़ सँ बीजी मसुवास बासू १४=१
चान्दो वलियास सँ बीजी पुरूषोतम १५=२ घोसियाम सँ बीजी आवस्थिक सुपानन्द१ १६-१ बुधवाल सँ वीजी वासुदेव १६ = २
त्रिलाठी धुसौत सँ बीजी नरउन १६ = ५
यशानन्दी टकवाल सँ बीजी पाँखू १७-४ नदाम सँ बीजी हरिकर १७=४ पद्मपुर पकलिया सँ वीजी बासुदेव १८-२ उदनपुर जजिवाल सँ बीजी आवस्थिक माने १८-४ हरिअम सँ वीजी दिक्षीत झाउँ १८ = २
सुइरी सँ बीजी शेखर १८ = ३
गोविन्दँ वन सँ नन्दकन सुत गुणीश्वार १९-२ रहुआ सँ वर्द्धमान १९ = २
डोढ़वाल सँ नरदेव १९ = ६
अलय सँ बीजी धरनीधर २०- १ गाउल करमहा सँ वीजी मुरारि २०= १
उपमन्यु गोत्रे गढ़ एकहरीसँ हरिकर क्वचित जगतगुरु भदेश्व्र २१-१
सरौनीसँ बीजी मल्लिकराज २१-४ बड़कोरी सँ अतिरूप दौ इति प्राचीन लिखनं २१ –५
सिंहाश्रम सँ बीजी मōमō हलायुध २३-२ हल्लैशश्व र सुरेश्विर जीवेश्वेरा मōमōप. सोदरपुर पार्यका: २३-४ बरेबा सॅं बीजी कृष्ण २३-५ चोढ़वाल सकाराढ़ी सँ बीजी सिद्धेश्विर २४-३ शाण्डिल्यक गोत्रे करमहा सँ बीजी सुरेश्वर २५-१ कटाई सँ बीजी वाचस्पोति २५-३ दिनारी सरिसब सँ वीजी जनार्दन २५-७ राढ़ी कोइयार सँ बीजी शूलपाणि २५=५
चाउटी टकवालसँ बीजी रत्नेश्वर २५=७
थरियासँ बीजी त्रिलोचन २६-३ सकुरी सँ बीजी मōमō देयी २७-३ करमौली गंगोली सँ बीजी मधुकर २७-५
हरसिंहपुर निखूतिसँ बीजी धारेश्वर २७=३
गंगुआलसँ बीजी लोम २७=४
नरघोध टकबाल सँ बीजीउहरि २७ = ६
कञ्जग्राम सकराढ़ी सँ बीजी धनञ्जय २९ -४
धुसौत सँ बीजी बासुदेव ३० = ६
वलहा वलियास सँ बीजी वर्द्धमान ३२- ६
सुरगन सँ बीजी मōमō उँमापति ३३ – ४
यमुगाम सँ बीजी उदयकंठ ३९-६ भरेहा सँ बीजी लक्ष्मी धर ४० – १
सतलखा सँ वीजी चक्रपाणि ४२ = ३
यमुगाम सँ बीजी हरदत्त ४३-४
यमुगाम सँ बीजी ओहरि ४४-३ पिहवाल सँ बीजी अर्थपति ४४=१ चनुआल करमहा सँ बीजी मनोधर ४६= १
उल्लू कुजौली सँ बीजी दिनकर ४८-४
हिराउत सुरगनसँ बीजी हल्लेश्वर ४८=२ कोइयार सँ बीजी वेद ४९-२ सुसैना अलय सँ बीजी बलभद्र ५१-५ यमुगाम सँ बीजी देवधर ५४-२ पण्डुमआ सँ बीजी मōमō पाठक गोविन्द ५७= २
वगड़ा सँ सिद्वेश्व र दौ ६२-५ विठुआल सँ बीजी मनोधर ६५=२
सरौनी सँ बीजी डल्लधन ६६-३ यमुगाम सँ वीजी उदयकर ६६=१
गौतम गोत्रे पण्डुयआ सँ धीरेश्व र सुत द्युतिकर ६९-३ कुरिसमा सकराढ़ी सँ बीजी श्यावमकंठ ७२=४
पनिहारी दरिहरा सँ आशाधर ७३-४ जलकौर गंगोली सँ बीजी सिद्वेश्वजर ८६–५ चन्दरई दिधोय सँ बीजी श्री हर्ष एसुता सान्धि विग्रहिक शिवदत्त सर्वदत्त भाण्डागारीक भवदत्त ९५-१ खौआल मूल अन्तिर्गत ओइनि ग्रामो पार्यक उयनाह देव ९५–६ निकाठी माण्डवर सँ बीजी ओहरि १०६=२
दोर्दन्तक अलय सँ बीजी दन्तीओश्व०र एसुत ११२-१ गंगादित्या
एते मेघापत्य अन्तीर्गत बीजी पुरूषा ११५
ब्रह्ममपुरा दिधोय सँ बीजी देल्हन ए सुत आवस्थिक राम १२८-१ जरहटिया सँ बीजी सेवकेर १२९-३ फूहनानि जालय सँ बीजी सेवकर १२९–६ फूहनानि जालयसँ बीजी सुरेश्वर १२९-६
डीह सिम्मुलनाम वासी करमहा सँ बीजी रत्नपाणि १३०=२
गोविन्द् वन पनिचोभ सँ बीजी दामोदर १३४=३
भरवाल परिसरा सँ बीजी शंखपाणि १३८-१ गढ़अलय सँ बीजी क्षुद्रहरि १४०-२ कोइयार सँ बीजी शिवशर्म्मि १४०=२
वसुआल अलय सँ बीजी नरसिंह १४२=५
दहिभत सँ मōमō धर्माध्य क्षक भाष्क र १४४-२
उघांत जालय सँ बीजी शंखधर १५८-६
रतन पुर तिलयसँ बीजी ए सुत तारापति गंगोरसँ म.म. पा. हरिनाथ सुत रामनाथ मटिहानीसँ १५९-५
पाण्डसवी सम्प्रसदाय १५९–१ नेहरा वासी जल्ल की सँ खड्गधर सोदर चक्रधर १६१-६
सुइरी से पाठक हरि १६२=३
कोथुआ सँ बीजी विशो १६४-४
महुआ सँ बीजी अभिनन्दव ए सुता सुरानन्द् देवानन्दम वासुदेव १६४=१ दहिभत सँ रतिधर ए सुत किर्तिधर १६४-३ करनैठा सकराढ़ी सँ बासुदेव रज्जे श्वनरा परनामा १६५-४ कोथुआ सँ वीजी विशेश्वर १६५-७
नरौछ वासी गढ़ बेलउँच सँ वास्तु५ ए सुत लाखू १६७-३ कलहिया वासी यमुगाम सँ बीजी मुक्तिधर सुतो जीवधर कीर्तिधरो १६९=१
फेनसउ गंगोली सँ मिश्र धूर्ज्जबटी १७३=५
लाहन सिंहाश्रम सँ जयदेव ए सुत महादेव १७४-२ सम्भुआल सकुरी सँ बीजी राम १८७=१
खोरी सिंहाश्रम सँ बीजी पण्डित श्री निवास १८७=५
कलिगामसँ बीजी विभाकर ए सुता सावेचक्रेश्वसर १९८-६ ओझोलि वासी कुसमाल सँ बीजी कमलपाणि २०५-४ नवहथ गंगोली सँ बीजी गुणपति २०५=६
डीह सरिसब सँ बीजी सुत रामचन्द्रण सुत मधुकर २१०-२ दोलमान पुर वासी कोवारी पनिचोभ सँ बीजी चण्डे श्वरर २११-५ परसण्डाप सँ बीजी शुचिकर २१४-२ काश्यडप गोत्रे बुधवाल सँ बीजी पीताम्बेर सुत कान्ह२ २१५=१ हड़हत पनिचोभ सँ अठहरवासी जीवेश्वबर २१५=३
दूबासकराढ़ी सँ मतिकर ए सुत नय देव २१८-४ तिलय सँ रतनपुर वासी गंगाधरो बीजी २१८-६ डीह सिम्भुनाम सँ मनोधर ए सुत जीवेश्व२र २१०=१
भिगुआ सँ बीजी सोम ए सुत भीम २२३-६ माहब जल्लबकी सँ विन्येजीव श्व१र सुत कामेश्व५र २२४-५
सोना गोआड़ी दहिभत सँ देवपाणि २२४=६
भूतहरी कलिगाम सँ वीजी महेश्व र सुत आदिनाथ २२७-३ सकराढ़ी सँ मतिदेव ए सुत नयदेव २३२-४ धनाठी वासी गोरा जजिवाल सँ याज्ञी कपिल २३५-२ निचिता कुढ़ वासी अलय सँ देवपति सुत सोमेश्व५र २३६-६ कन्होाली घुसौत सँ वीजी पृथ्वीनधर सुत याज्ञिक फूहन २५३=४
मानेकुढ़ वासी सीधब गंगोली सँ बीजी प्रितिकर २५३=६
होइया सँ बीजी त्रिपाठी केशव २५४=३
मेरन्दीँ सँ बीजी कमलपाणि ए सुत मिश्र शिव २५४=५
बांगटी सुरगनसँ राउल थाने ए सुत सर्वज्ञ आदू
गुलदी खण्डगबला सँ हलधर सुत गिरीश्व५र ए सुत वीरेश्व्र गुणीश्वीरौ
वीरेश्वणरसुत नारायण २७५-३
बेला सँ वामनो बीजी तत्र सन्त ति राज निकटवर्त्ती ज्ञानकर २७५=६
माण्डसव्यज गोत्रे कोथुवासँ दिवाकर २७६-१ जगन्नाँथ पुर वासी कोइयार सँ मधुकर जसधर प्रसिद्ध: २८०=२
पंचप्रस्था केउँटराम सँ देवानन्दक २८०=५ १-२ जरैलवासी कोइयार सँ सिधु सुत गंगेश्वर २८० = ३
अवरझटी पाली सँ मधुमनए सुत होरे ए सुत योगीश्वर सुत
भोगीश्वपर सुत कामेश्व र सुत ज्यो्तिष
विरेश्वपर कविशेखर इति प्रसिद्व २८४-३ ग्राम द्वयो पार्यक एसुत ठō चण्डेतश्वोर चहुय वासी कोदरिया दिघोय सँ वीजी नरसिंह २८४-३ जजुआल वासी सुसैला अलई सँ मनोधरबीजी २९०=२
खण्डलबला ग्राम समाप्तई
अथ सरिसब ग्राम करड़ियावासी खोपा सँ बीजी जीवेश्वसर २९२=५
वारीसुरौर सँ बीजी श्रीधर सुत शंखपाणि २९७=६
महिषी मालती वासी जल्लीकी सँ दामोदर सुत बान्ध्व २९९-४ भरवला सँ बीजी चण्डे्श्वकर मैलामवासी भण्डाणरिसम सँ देवदत्त सुत वंशधर ३११=२
सुहारी दिधोय सँ बीजी धीरेश्वँर सुत देहरि ३१२-६ कोइयार सँ विनायक ए सुत गोविन्दी ३१४-१ भराठी सकराढ़ी सँ बीजी हरदत्त सुत दशरथ सुत राम ३१५-४ कुरिसमा सकराढ़ी सँ बीजी मनोरथ सुत संकर्षण ३१६-४ चणौर कुसमाल सँ बीजी दिवाक सुत विश्वरूप ३१६-५ गण्ड बाल वासी वुसवन सँ बीजी महत्तम
हल्लेकश्ववर सुत त्रियम्ब्क ३१८-७ ननौर वासी जालय सँ पद्यनाम सुत देवनाम ३१८=२
गढ़ परिसरा सँ बीजी हलायुत सुत भद्रेश्वबर ३२६-४ कोइयार सँ मिश्र माधव सुत गोविन्द् सुत विशो ३३९-४ टिटिहा अलय सँ बीजी राम सुत शुभंकर ३४१-३ हावीवासी जल्लाकी सँ बीजी खड्गधर सुत शशिनाथ ३४१-५ लहण्डास गंगोली सँ अष्टक ग्रामी पुरूषोत्तम सुत शुभंकर ३४४=६
कोइली वासी जालय सँ बीजी शिवदत्त सुत सूर्यकर ३४५-२ लहोला सँ देवदत्त ए सुत शिवदत्त ३४५=३
बाढ़ वासी चोठवाल सकराढ़ी सँ श्री हर्ष सुत बासुदेव ३४६=४
वाखरि वासी तपोवन सँ बीजी नारायण ३४६=५
महतराम वासी सुरौर सँ वीजी शिव सुत हरिगंग ३५३=६
महुखण्डव वलियास सँ बीजी सर्वानन्द६ सुत ज्ञान ३५४=२
उत्तिम पुर दिघोय सँ नरसिंह सुत पुरूषोत्तम ३५५=५
देशुआल वासी त्रिलाठी घुसौत सँ शिवशर्म्माम ३५९=१
कोइयार सँ सान्हिन सुत श्रीधर ३६३-५ जजुआल सँ हल्लेीश्वतर सुत विरेश्वसर ३७४=७
डीह भण्डालरिसम सँ श्रीकर सुत गणपति-गौरी पति ३७५-३ सहश्रामवासी पिण्डोरखरि सुरगन सँ विरेश्वेरसन्ततति ३७५-५
खांगुड़ सरिसब ग्राम समाप्तख
जौंकी ग्राम
तपनपुर दिघोय सँ बीजी योगीश्वर सुत ध्याशनेश्विर ३७८-२ सकरहोन सँ बीजी हल्लेीश्वरर ए सुत कान्हव ३७९-५ सुइरी सँ अमोघ सुत दिवाकर ३७९=५
सिमरीवासी बुसवन सँ नन्दीीश्वरर सुत योगे ३८०-४ हराउत वासी भदुआल दरिहरासँ बीजी नोनदेव
ए सुत नर देव ३८२=५
सकुरी ग्राम
नगरयौंक वासी सवास कुसमाल सँ बीजी रैधर सुत रतिधर ३९२=४
फेनसउ गंगोली सँ नारायण सुत शूलपाणि सुत देवधर ३९४-१ खांगुड़ वासी परिसरा सँ बीजी हलायुध सुत उँमापति
सोहास वासी सहुली परिसरासँ बीजी
भद्रेश्वसर सुत गोविन्दा सुत दामोदर ४१४-३ मासवासी अलाम्बुीकाक्ष गोत्रे कटाई सँ बीजी यटाधर
सुत बलभद्रादय ४१७=३
कात्याभयन गोत्रे जालय सँ शुभंकर ४१७=४
सोनदह वासी कलिगाम सँ बीजी गणेश्वशर सुत
जोन मुर्तिधर ४१८=४
नरौंछ वासी गढ़ बेलउँच सँ रत्नेश्वुर सुत वुद्धिकर ४१९=२
दहुंला वासी त्रिलाढी घुसौंत सँ नरसिंह सन्तुति ए सुत शोरे ४१९=५
सान्हाव वासी जल्लढकी सँ वीजीदामोदर सुत माघव ४२०-५
हसौली सोदर पुर ग्राम समाप्ताः
कुसौली सोदरपुर ग्रामारम्भः
कौण्डिल्यदगोत्रे गदहा पण्डोीलि सँ बीजी लक्ष्मी४ शर्मा
ए सुत मण्डरनादित्यग ४२४-६ ननौती सँ बीजी देल्हदन सुतो कान्ह आवस्थिकराम ४३९-६ बगड़ा पनिचोभ सँ बीजी उँमापति सुत पीताम्बहर ४४०-५ दशउथ वासी सुसैला अलय सँ बीजी ब्रहमेश्वर
ए सुत बलभद्र ४४४=६
पाली सुइरी सँ बीजी मयाधर ए सुत सर्वेश्वमर पालीवासी ४४१-४ करहना वासी नरवाल सँ बीजी मधुकर सुत नन्दीेश्वलर ४४३=३
करनैठा सकरीढ़ी सँ नारायण बीजी सुत शंखपाणि ४४५=३
केउँटराम पण्डो ली सँ ज्ञानकर सुत भादू ४६१-३ करहिया पनिचोम सँ गढ़ वासी शिवेश्वुर खण्ड्बला हलायुध दौ ४७२-५ नाधावासी सुरगन सँ हल्ले़श्वेर ४७२=५ जगन्नासथ पुर वासी दिघोयसँ राम सुत सुरेश्व४र ४८६-३ थरिया सँ श्री हर्ष सुत घृतिकर ४८६-६ गौतम गोत्रे ब्रहमपुरा सँ नदियाम वासी वापट सुत राम ४९१-१ डीह राउढ़ सँ राउत धान्धु सुतजयादित्य७ सुतभीम पाणिदय:५१८-५
वालि ग्राम दिगउन्धर ग्राम ५२५-४
रैयाम ग्राम ५२९=५
मानी ग्राम ५३६-६
जगौर ग्राम ५३९-६ महिया ग्राम ५४०-१ खोरि ग्राम ५५३-३
एते सोदर पुर विभक्तानु कुल शाखा समाप्ता : शाके १६४४ (सोलह सौ चौवालिस) ज्ये२ष्ठ कृष्णू द्वादशयां कुजे ककरौड़ ग्राम पण्डुतआ सँ देवानन्दप प्रō छोटी शर्म्माण करपल्लिवैर रचिता-५४६-२
बढि़याम, पवौलि शाखा ५४९ डीह सरिसब सँ अनदहोम वासी यशच्चन्द्रन सुत
मधुकर उ. टी.५५२-१
कटिहार वासी सरौनी सँ बीजी महेश्व५र ए सुत
हरादित्या उ.टी. ५५२-१
नवनगर घोसोत सँ बीजी जीवधर सुत गंगाधर ५५९-१ बरहैता वासी गौतम गोत्रे खण्डटबला सँ होरेश्व्र सुत हरदत्त ५६४=३
पबौली (पर्वपल्लीण) वदियाम शाखा समाप्ता:
शाके १६४४(सोलह सए चौवालिस) श्रावण
प्रथम कृष्ण४ नवम्यांौ बुधे ककरौड़
ग्राम पण्डुआ सँ पञ्जी पंचानन्दव देवानन्दक
प्रō छोटी शर्म्मनण: कर पल्लपवैर रचिता- ५६९-३ अथ दरिहरासँ रतौली शाखा- ५७१=१
देवानन्दा पञजी सँ उपाधि युक्तण नाम माण्डनर सँ बीजी त्रिनयन भट्ट —२-२ माण्डनर सँ सोढ़र जय सिंह तर्काचार्यास्त्र
महास्र विद्या पारग महामहोपाध्या य नरसिंह २-४ माण्डरर सँ महामहो नारायण २=२ अलय सँ मōमō पाघ्या्य रामेश्वखर ३-२
करमहा सँ महामहो हरिब्रह्म महामहो. हरिकेश
महामहो धूर्त्तराज गोनू ३-५
खौआल सँ धर्माधिरणीक महामहो हरिशर्मा ३=४
नरउन सँ पनाइत भद्रेश्वार ४-४ सकराढ़ी सँ महामहो कारू ४=१
टकबाल सँ मōमō वत्से श्वशर मōमō रामेश्वकर ५-१ खौआल सँ धर्माघ्यōक्ष होरिल — ५-३ अथ डोम टेकारी तत्रचतुर्वेदाध्यारयी कामदेव
सुत याज्ञिक परशुराम त्रिपाठी कृष्ण दिक्षित सोम ५-४ महामहो राम महामहो शिवदाश ५-४ खण्डहबला ग्रामो पार्यक साँइ प्रō संकर्षण भौर
खण्डहबला सँ मōमō पाō चन्द्ररपति ए सुता मōमōपाō
थेध मōमō मेध भō मō पाō दामोदर मिथिला राज्यो६पार्यक६-३
पालीसँ आचार्य लक्ष्मीमकर ६=३
लहुण्डाआ सँ गांगु ७-१ गंगोली सै मōमō सुपट ८-३ विस्फी सँ सांधिविग्रहिक देवादित्या राजवल्लनभ भवादित्यम ९-४
पार्णागारिक वीरेश्वार वार्तिक नैवन्धिक धीरेश्व्र ९-४ सप्रक्रय महासामन्त५आधिपति महामत्तक गणेश्वरर भाण्डारगारिक यटेश्व्र स्थातनान्तेरिक हरदत्त मुद्राहस्तमक लक्ष्मीयदत्त राजवल्ल्भ शुभदत्ताः
बहेराढ़ी सँ स्था्नान्तरिक रति १०-१ गढ़निखूति सँ त्रिपाठी रूद्र सुत महत्तक सुरेश्वनर १०-४ ए सुत सान्धिविग्रहिक हरिहर ए सुत महत्तक विद्याधर ए सुत महत्तक जगद्धर माण्ड र सँ शन्तिकरणिक पाँखू १४=४
सुरगन सँ राउल हरिकेश १६-२ बुधवाल सँ सदुपाध्याय भानु १६=४
टकबाल सँ एकान्तरिक गोपाल १७-४
हरिअम्बसँ दिक्षित झाँउँ सुत याज्ञिक त्रिलोचन १८=२
जालय सँ मōमō रामेश्व र सुत महत्तक गणपति १९-६ महत्तक रतिधर सदुपाघ्याँय महिधरा: एकहरा सँ खनतरी दिवाकर १९=३
खौआल सँ मō साधुकर सुत मōमō सुधाकर ए सुत
महामहो वुद्धिकर २१-५ सकराढ़ी सँ मōमō हरिहर सुता सदु. नादू सदु. भादू सदु. सुपे सुदु.चाँड़ो २१=१ दरिहरा सँ मōमō हरिहर २२-४ वलियास सँ मōमō रामशर्म्म २२=३
सोदरपुर सँ मōमō हल्ले्श्वतर मōमō सुरेश्वरर मōमō जीवेश्वमर २३-३ सरौनी सँ धर्माध्याक्षक लड़ाउँ २४-६ खौआलसँ धर्माध्य्क्षक मōमō भवशर्म्म २४-६ कटाइ सँ कवि केशरी मōमō भीम २५-४ सकराढ़ी सँ धर्माध्यूक्षक सर्वानन्दद २५-५ माण्ड़र सँ कापनि माघव २५=२
निखूतिसँ फूलहर गौंढि़ २५=५
जाजेवाल सँ आवस्थिक सिद्धेश्वयर २६-१ विनती सँ पराक अच्यु्त २६-५ दूवा सँ शिवशर्म्म २६-६ माण्डसर सँ मōमō वटेश २६=१
सोदरपुर सँ मōमōपाō विश्व६नाथ २६=५
अलयसँ महो ग्रहेश्वमर सुतो धर्माधिकरणिक मōमō
गदाधर मōमō सुधाकरौ २७-१ सकुरी सँ मōमō देई २७-३ खण्डीबला सँ मōमō रामभद्र २७-६ सकराढ़ी सँ मōमō मिश्र गयन २७-२ निखुति सँ महामत्तक गणेश्वार ए सुतो महत्तक रत्नेश्वखर सन्धि विग्राहिक हिमू ए सुत मुद्रा हस्तक २७=३
जीवेश्ववर ए सुत पुष्पा भट्ट गोढि़ २७=
माण्ड्र सँ कविराज शुभंकर २९=१
छादन सँ उपाय कारक मōमō वर्द्धमान सुता च खण्ड बला सँ शिवनाथ पत्नीō ३०=५
वलियास सँ आवस्थिक मधुकर ३१-४ बेलउँच सँ राजवल्ल भ लक्ष्मी सुत खांड़ साठू ३१=४
सुरगन सँ मōमō उँमापति सुत मōमō उग्रपति सुत मōमō प्राणपति सुत मōमō तारापति सुत म.म. विश्वपति सुत म.म. आभो एसुत
मुद्राहस्तरक कुल छेत्रोपार्यक राउल ३३-४ खण्डरबला सँ मōमō मधुसूदन सुत मōमō भवदेव ३४=१
खौआल सँ ज्योसō डींगर ३४=५
छादन सँ तत्व चिन्तामणि कारक मōमō गंगेश सुताच बभनियाम सँ जयादित्य् सुत साधुकरपत्नी४ ३९-२ भरेहा सँ धर्माध्यजक्षक गढ़ाउँ ४०-१ सोदरपुर सँ मōमō रविनाथ मōमō रधुनाथ म.म.लक्ष्मीयनाथ ४०-४ महमहो रविनाथ सुता मōमō जीवनाथ मōमō
भवनाथ प्रō अयाची दूबे मōमō देवनाथा: मōमōपाō शंकर मō महादेव मō भासे मō दाशे
मōमō गोविन्दू महो गदाधर माण्ड र सँ महामहत्तक जोर ४७=२
सुरगन सँ पुरोहित धनेश्वतर पुरोहितगुणीश्व४र ४८=३
माण्ड र सँ प्रसाद शुभंकर ५१=४
वलियास सँ पनिघोघ मटिघोघ ५२-६ एकहरा सँ महामहो हरिनाथ सुत मōमō भवेश्वार ५३-१ ए सुतो धर्माधिकराणिक वाढ़ू राज पण्डित गढ़कू ५४ घुसौत सँ महो बुद्धिकर सुतौ महो हलधर ५६-४ महो केशवो सुत मōमōपाō गोविन्दद सुता महो लक्ष्मीरनाथ म.म. विद्यापति म.म. दामोदर म. रामनाथ आगमाचार्यक देवनाथ महो गोपीनाथ कन्टकोद्धार्कारक मōमō मधुसूदन महो जनार्दन
वलियास सँ मōमō माधू ५९-४ अलय सँ मōमō सुधाकर सुतो मōमōगोढ़ि मō माणि ५९=२
खण्डसबला सँ मōमō रामचन्द्रक मōमō गोपाल मōमō अच्यु त मōमō पाō राजर्षि परमानन्द ५९=४
बहेराढ़ी सँ मōमō विशो सुत महो वागीश्वर ६०=३
बुधवाल सँ महो हरि सुत सदुō कुलपति ६१-६ माण्डलर सँ मōमō यज्ञपति सुत मōमō नरहलरि ६२-६ खण्डडबला सँ अग्निहोत्रिक मōमō विश्वरम्भनर ६३-२ सकराढ़ी सँ पुरोहित गोपाल ६४-१ विढुआल सँ मōमō यटाधर ६५=३
जगति सँ मōमō होरिल ६७=५
नरउन सँ ज्योōतिविर्वद रामनाथ ७०-४ पालीसँ मōमō परमगुरू वाचस्प्ति ७१-३ घुसौत सँ मōमō कृष्णानन्द् जगतगुरू सदानन्द३ ७५=५
माण्ड र सँ मō शिव सुत मōमō अनिरूद्ध ७८=१
वलियास सँ कविशेखर पदांकित चन्द्र नाथ ७९-१ सोदरपुर सँ ढाका कवि महामहो गणपति ८१-४ सरिसब सँ सदुō होरील सुत पाँ भवदेव ८२-४
नरउन सँ मō हरि सुत अविलम्बा सरस्वयती पदांकित बटेश ए सुत मōमō सरस्व ती राम ८३=३
सोदरपुर सँ मōमō रामेश्ववर ८४=
नरउन सॅं राय नाथू प्रचण्डु पाँथू सदु. गोपी ८६=४
वलियास सँ श्रोत्र पल्लणव धीरू ८७-२
वलियास सँ पण्डित राज पदांकित राय रधुनन्द८न सुतअभिनव राज पण्डित मōमō शंकर ८७=
वलियास सँ चतुर्भज (मōमō) सुतो महो शुभंकर ८७=
करमहा सँ केशव सुत मōमōरामभद्र ९१=४
सकराढ़ी सँ रामशर्म्म सुत मōमō लान्हि ९४-५ भूतहरी सँ महत्तक आनन्दु कर ९४
दिघोयसँ सन्धि बिग्रहिक शिवदत्त
भाण्डाँगारिक भवदत्त ९५-१
भवदत्त पौत्र मōमō भट्ट जीवे ए सुत पार्णा गारिक स्थितिदत्त धर्माधिकरणिक जानुदत्त जानुदत्त सुत देवागारिक बटेश्व र ओइनि सँ राज पण्डित कामेश्वजर ९५=
पाली सँ परमगुरू मōमō वाचस्पीति सुता महामहो रधुनाथ मōमō नरहरि ९६=२
पबौली सँ धर्माधिकरणिक रूद सुत खांडेगोपाल ९६=
दोस्तीस सँ शानकरणिक जीवेश्वेर ९६
पालीसँ मōमō नरहरि सुता मōमō माधव मōमō
केशव मō नारायण मō विष्णुए महो श्री राम ९६ अलय सँ महो लक्ष्मीशधर सुतो मōमō हलधर ९७-३ महामहो रूद्रधर
पालीसँ मōमō केशव सुत मō मō अर्जुन ९७-६ खण्डसबला सँ मō लक्ष्मण सदु. भरत ९९-५ बुधवाल सँ अग्निहोत्रिक म.म. रधुनाथ १००-५ ढ़रिया सँ नयनाथ १०२-२ खौआल सँ सविशेष भानुकर १०३-२ करमहा सँ धूर्तराज गोनू पौत्र कान्ह् सुत भिखू १११=२
कुजौली सँ म.म. शुचिकर ११७-४ सरिसब सँ म.म. वामदेव १२१-५ खण्डबबला सँ म.म. परशुराम १२१=३
माण्ड र सँ म.म. महादेव म.म. रामचन्द्र७ १२२-४ कुजौली सँ महो कृष्ण दाशसुत कवि गंगादाश १२३-१ महोगोविन्दमदाश महोहरिदाश मō रामदाशाः
करमहा सँ कविन्द्रम पदांकित रति देव १२४=३
खण्डाबला सँ सन्यारसी शुचिकर सुत
सन्या सी मनोरथ १२५-३ पालीसँ वैष्णयव जगन्ना२थ पल्ल वकर ( मō भवनाथ ) १२२=१
सँ सदु. बुढ़व सुत महामहो गौरीपति १२६=४
सुरगन सँ धर्मधिकरणिक जगद्धर १२६=७
दिघोय सँ आवस्थिक राम १२८-१ सोदरपुर सँ म.म. परशुराम म. कृष्णानन्द् १३१-५ दरिहरा सँ कविराज विसव १३१=३
माण्डार सँ वैदिक विश्व३म्भर १३२=४
करमहा सँ कविन्द्र पदांकित रतिदेव १३५=३
सकौना सँ राज पण्डित शशिधर १३६=५
सोदरपुर सँ म.म. बासुदेव म.म.देहरि म. अर्जून १३७-३
टकवाल सँ कविराज लक्ष्मीधपाणि १३७=४
बहेराढ़ी सँ सुपकार होरेश्वसर १३९-३ सम्भुआल सँ धर्माध्यषक्षक सोम १४०-४ सोदरपुर सँ महामहो माधव १४१=३
वलहा सँ राजपण्डित शूलपाणि १४२=६
गार्ग गोत्रे निखूतिसँ महत्तक होराई १४३=१
पबौली सँ शान्ति बालक लखाई १४३=१
दहिभत सँ महामहो धर्माध्यक्षक भास्क३र
ए सन्तसति सदुपाध्या्य विजवतिया केशव १४४-६ पाली सँ कविशेखर पदांकित यदुनाथ १४६-४ टकबाल सँ एकान्त रिक गोपाल १४६=३
नदाम सँ ग्रन्थतकारक धनञ्जय १४५-४ भन्द वाल सँ सर्वज्ञान रातू सुत जोइस गोविन्दक १४७=१
अलय सँ वेदज्ञ चिन्तासमणि १४९=४
सोदरपुर सँ स्वचयंपाकी यदुनाथ १५२-६ खौआल सँ राजवल्लिभ कोने १५३-२ सँ धनश्यााम सुत अपस्माुरी नीलकंठ १५४=३
दिघोसँ गुणे सुता वनमान अधिकारी त्रिपुरारी
कार्य्यी मुरारी उपाध्याअय दामोदर ओझा विद्याधर १५८=५
खण्डयबाला सँ सन्याकसी यशु १५९-७
सकराढ़ी सँ पञ्जी विधुमूलकारक सदु. रामधर १६०-६ तीसूरी सँ राजपण्डित लाखे १६१=१
विस्फीज सँ कवि भूपति पदांकित सोमेश्वकर १६१=५ बेलउँच सँ खञ्ज मुकुन्द १६२=१
सन्याचसी शिरू १६२=६
अपस्मा री चतुर्भूज १६३=२
माण्डार सँ कविशेखर पदांकित महो यशोधर १६४=५ पनिō.खनतरि विठू भ्रातृ पनहरि गुदी १६५-६ करमहा सँ सन्यो सी इबन प्रō रतिदत्त १६६=६
जालय सँ एकान्तरिक वीर १६७-७ सोदरपुर सँ माधव महामहो १६७=४
जगति सँ महामहोकवि रत्न पदां. होरे १७२-२ गंगोली सँ धर्माधिकरणिक जान्ह१व १७३=५ माण्डीर सँ वेदज्ञ लक्ष्मीनाथ १७८=४
हरिअम सँ महामहो श्यादम १८३-१ बुधवाल सँ खञ्जज वावू १८३=४
महाराज श्री राघव सिंह १८४=६
पाली सँ घौघे सुत कविराज कृष्णपपति १८५-२ गंगोर सँ भगवतिया सुत सदु. राजू १८८=४
कलिगाम सँ चक्रेश्वुर सुत सान्धि विग्रहिक मती५श्वरर १९८-६ बेलउँच सँ सदु. मुकुन्दस २००-१ पाली सँ ज्योुō श्रीनाथ सुता ज्यो६. उँमानाथ २०२-६ ज्यो . रूपनाथ ज्योीō श्री कृष्ण१ ज्योथō नील २०३-६ कंठ ज्योō भवेश २०४-१ बेलउँच सँ मुद्राहस्त.क गुणीश्वोर २०४=१
अलय सँ शान्तिकरणीक रूद २०४=५
गंगोली सँ सन्दरगहि परमेश्वुर २०५- होइयार सँ शामन्त घाम २१२-३ सुइनिहार सँ ठ. सुन्दशर २१४-३ ऐसानिय हाउँ २१५-३ मल्लिक माघव खान बनमाली २१६=४
ब्रह्मपुरा सँ गोष्ठालर जागू २२०=३
तपनपुर पाली सँ सुण्डियावर राम २२१=५
अलइ सँ कार्य्यि आनन्द् कर सुत पुष्प०भट्ट रविकर २२४=१
दिघो सँ देवागारिक बाटे २२७=३ पुनन्दह सँ भानसी सुधाकर २३४-३
शोराढ़ सँ नायक प्राणधर २३४-५ गांगो बेहट सँ सान्दधगहि साहेब २३४=
बसहा सँ राजपण्डित शूलपाणि २३४=
सिंहाश्रम सँ उत्तर वाहिनी गंगा २३६=१
गोवाठिनी सँ रातू २३९-१ पाली सँ महो लाखू सुत धर्माधिकरणिक महामहो नरहरि २३९=४
लहौला सँ देवदत्त २४४-३ पाली सँ उपेन्द्रा श्रम सन्याहसी गौरीपति २४५-२ भरथूआ सँ गौरीश्वर सुत गंगेश्वहर २४५=५ वलियास सँ कविशेखर पदांकित चन्द्र नाथ २४६-२ अलय सँ महामहो रूद्रधर २४८=५
दिघो सँ पुरोहित मंगनी २५०=३ विस्फीँ सँ राजवल्ल५भ महादेव २५०=६
वलियास सँ कवि मणि पदांकित पशुपति २५१=१
दिघो सँ पुरोहित हिंगनी २५२-२ कन्होसली घुसौत सँ याज्ञिक फूहन २५३=४
गंगोली सँ कविराज गयन २५३=६
होइयार सँ त्रिपाठी केशव सामन्त अर्जून २५४=३
सिंहाश्रम सँ महानिधि-दिशि जयपाल २५५-४ नरउन सँ सन्यामसी दिनकर २५६=४
गंगोली सँ ललजोही गोपाल २५७=२
सुइरी सँ धर्माध्यगक्षक देवे २६३=४ सँ धर्माधिकरणीक महामहो बावू २६५-४ ए सुतो महामहो विद्यापति गंगोली सँ मानकुढ़ वासी कविराज गणेश्व र २६८-३ सरिसब सँ भट्टाचार्य महो वागीश्वकर २७०-१ वेला सँ राज निकटवर्ती ज्ञानकर सुता माण्डव्य२ गोत्रे २७६-१ कठुण्डा सँ दिवाकर दौ सँ उन्मादी महो जगन्नाुथ २७६-१ करमहा सँ पौराणिकमहो बहोरण २७६=३
सँ सिकदार भिखारी २८०=३ दिघो सँ सान्धिविग्रहिक रघुदत्त २८६=३
फनन्दसह सँ सन्यारसी श्रीपति २८७-२
खौआल सँ ब्रह्मचारी लक्ष्मन २९१-१
सोदरपुरसँ कविराज महो भानुदत्त २९१-५
पाली सँ महामहत्तक महो प्राणधर २९९=१ बनौर सँ हरिवंश ३०१=३ भरबला सँ इशर सरबय ३०३-५ सोदरपुर सँ कवि जयराम ३१५-१ लोरिकपुर सँ नारायण ३१५=१ कात्याुयन गोत्रे जालय ३१५=४ बेलसाम बूधवाल सँ माधव सुत अध्या५पक शिवाई ३१६-१ वत्सा गोत्रे द्रोण वंश माण्डर सँ सान्हणरि सँ सागर
सरिसबसँ नोनी सुतो ३१६=२
मधुकर बासुदेवो-मधुकर मृते श्री मती नाम्नीस पत्नीह द्वादशानान्तदरं प्रतिगत: गृहे
वहिष्कृातां तत: श्री मत्यां बासुदेवा सुतो जाता बुधवाल सँ माधव पत्नीप ए सुत अध्या पक शिवाई इतिप्राप्तं कुत्रापि माण्डकर सँ महामहत्तक महार्णव३१६=२
गंगोर सँ चन्द्रसकर सुत सन्याीसी विदू ३२३-२ सिन्दुसरिया सँ चाको ३२५-३ सँ विश्वाचस धर्मकर प्रभृति पुरूषोत्तम ३२५=२
शाखायाँ
बाढ़अलय सँ धर्माधिकरणिक गदाधर ३२६-२ भूतहरी सँ सान्धि विग्रहिक महामहत्तक आनन्द२ कर
सुत गणेश्वसर ३२६-
परिसरासँ महामहत्तक महाई सुत पार्णागारिक विरेश्वर ३२६=१
फनन्दाह सँ मōमō गोंदि सुत वामनेन्द्रा श्रम सन्याासी रूचि गोपी ३२७ मराढ़ सँ भट्ट ग्रहेश्वईर ३२८=४
बलहा सँ श्रीकर सुत हरिकर ३२५=१
गढ़ विस्फीर सँ राजपण्डित भोगीश्वदर ३३८-२
दिघो सँ भाण्डा गारिक जयदत्त ३३८
दरिहरा सँ बधिर घनश्यााम ३३८-४ भरथुआ सँ विभाकर ३३८=४
दरिहरा सँ गोशाँइ लखाई ३३८ जजिवाल सँ सन्दँगहि भवेश्वतर छादन सँ तत्त्व चिन्तादमणि कारक गंगेश सुत सुपन दौ जल्ल२की सँ सादा महिधर ३४१- वत्स गोत्रे द्रोण सँ खञ्ज ओराज सुत समुद्रकर ३४३-२
गौतम गोत्रे पण्डु आ सँ जूड़ी पौत्र लाखू सुत हरिहर ३४३=४
विसौनी सकराढ़ी सँ खान केदार दिशि पशुपति ३४३=४
सुत नयपति प्रō मेधू केरवाल सँ शिवादित्य भरवला सँ रौतपरात विर सिंह खौ किरताई भानसी उदय ३४५-३
करमौली गंगोली सँ विश्वाेस कान्हँ विश्वालस धाम ३४५
लहौला सँ महेश्वँर ३४५=३
दिघो सँ देवागारिक बटेश्ववर ३४५=५
कपिलेश्वदर (कुजौली) ३४५=६
तपोवन सँ कवि धनेश्वटर ३४९-६ माण्ड र सँ रूचिपति सुत दशावधान पदांकित नरपति ३५०=३
गढ़ माण्डकर सँ कविराज शुभंकर ३५१-५ विसौनी सकराढ़ी सँ सन्धि विग्रहिक विभाकर ३५२-२ धनौज सँ शान्तिकरणिक विशो ३५२-६ परड़ी सँ आदित्यस ३५४-१ अलय सँ वेदज्ञ चिन्तामणि ३५८-४ भन्दसवाल सँ सर्वज्ञान रातू ३५८=४
भदुआल दरिहरा सँ लैगमिक भानु ३६१-५ सरिसब सँ विराई सुत सन्याासी पाँखू ३६२=४
सँ मल्लिक सूज प्रतिहस्ताक प्रज्ञाकर ३६२ सुरगन सँ धर्माधिकरणिक भास्कार ३६४-३ गौतम गोत्रे गंगोली ३६४ माड़रि बलियास सँ श्रोत्र पल्लसव पदांकित धीरू ३६५-६ जजिवाल सँ आवस्थिक वीर ३६८-४ लखनौर सकराढ़ी सँ सन्यारसी सुरसर ३६८=५
नरवाल सँ शान्तिकरणीक मधुकर ३७५=४
सोदरपुर सँ मōमō पक्षधर ३७६-४ सकरापढ़ी सँ पुरूषोत्तम शाखा पञ्जी उल्ले खनीय ३७९-५ सकरहोन सँ धर्माध्यक्षक नरसिंह ३७९
सविशेष सुज ३७९=१
कन्धेई सँ सविशेष त्रिपाठी जीवेश्वीर ३७९=२
पुरूषोत्तम शाखा पञ्जी ३७९=३
दानाधिकारी मोदी हल्लेशश्व र ३७९=६
श्री कृष्ण शाखायाँ विपरीत पुरूषोत्तम शाखायाँ ३७९=
तद भिन्न् लेखक पितृवरनां पुस्तोकैर ३८०-
पुरूषोत्तम शाखा एवं लेखक पितामह रधुदेव शाखा
तल्लषनपुर सँ खञ्ज गोनू ३८१-५ वलियास सँ आवस्थिक मधुकर ३८१=१
तेलिगामा सँ नारायण ३८१=३
सोदरपुर सँ कन्याय माधव ३८४=२
फनन्दुह सँ त्रिदण्डीम सन्या सीकारक मōमō रतीश ३८४ कौशिक गोत्रे पण्डोतली ३८५=६
एकहरा सँ आगमाचार्यक महो मुकुन्द् ३९३-४ सकराढी सँ पञ्जी पँचनान्दक सदुपा० कुलपति ३९६-५ कुरिसमा सकराढ़ी सँ मोकदक रातू ३९८ सनहा वासी श्याीमजान दिशि भास्कपर ४०१=१
करउना सँ लाखे ४०१=३
पीलखी सँ जान ४०१=
लम्वीदाढ़ी मित्रकर ४०५-३ देयाम सँ वैयाकरण मधुकर ४०८=२
अलटौरा सँ धीर सुत माने ४०९=५
यवनीया राता ४१०-४ दौनी सँ राम ४१२=४
कोदरिया सँ इश्वुर मुरारि ४१३-२ कोथूआ सँ कार्य्यि गयन ४१३ नरवाल सँ कार्य्यि थामू ४१४-६ माण्ड र सँ चक्रेश्वर सुत अग्निहोत्रिक शिवपाणि ४१९-२ हरिअम सँ कार्य्यि नरसिंह ४१९ चन्दौ त पाली सँ मधुर कवि पंदाकितमाधव ४२४=२
वशिष्ठस गोत्रे पण्डोुली सँ महेश्विर ४२८=५
त्रिपुरौली नरउन सँ सरस्वडती लक्षमन सुत महो दण्डी= कृष्ण५दाश ४२९-४ उल्लूुदिग्वसर्ति परण्डाम सँ नरसिंह ४२९ बेहट करमहा सँ ज्योव. नीलकंठ सुत ज्योर. रूचिपति ४३०- कुसुमाकरस्यस दत्तकः पुत्रः सुर्यकरः मधुकरस्योरस पुत्र ४३१ टकबाल सँ खञ्ज भवदेव ४३१=५
खौआल सँ वेद गर्भ नोने ४३८=४
चन्दौसत पाली सँ शिवादित्य सुत कवि पुरादित्य् ४४२=४
हरिअम सँ गौग रघुपति ४४६-४ पाली सँ रधुनाथ सुत जगन्नाथ उपहत ४४७-१ गाउल करमहा सँ सविशेष माधव ४४७ घुसौत सँ भवाई सुतमनिसार कर्त्ता महो गोपीनाथ ४४८=६
घुसौत सँ मōमō विश्वोम्भ४र सुत खञ्जहाड़ी ४४९-३ सकौना सँ राज पण्डित शशिधर ४४९ बलियास सँ परमानन्दत सुत कवि भूषण ४५०-२ सुरगन सँ लस्कार गोढ़ाई ४५३-४ होइयार सँ इश्वनर भानु ४५६-५ पिपरौन सँ हरिकर ४६१-४ पतओना खौआल सँ मांगु कुष्ठन रोगातुर जाता ४६५-१ बगड़ा सँ चाण ४६७=२
विजनपुर दरिहरा सँ कवि भूपति ४६७=४
खोपा सँ कार्य्यि गुणाई ४६८-४ दिघौ सँ पाण्डेय पाँखू ४७०-५ बड़कौर सँ देवपति ४७२-३ कलिगाम सँ शान्तिकरणीक भोगीश्व६र ४७२=४
कुई सँ चन्द्र्कर ४७३=१
हरिअम सँ सुकवि गोपीनाथ ४८१-३ वलियास सँ गोदाह बासुदेव ४८३ अलय सँ निवोष्णह महो श्रीराम ४८४-३ जालय सँ सममदार रातू ४८६-५ बेला सँ पाण्डे लोचन ४८६ खनुग्राम सँ प्राणधर ४८६ खण्ड्बला सँ सोम याज्ञिक महो दशरथ ४८६=४
भनवाल सँ जोइस रातू ५००=१
नरउन सँ फलाहारी रधुनाथ ४८८=३
करमहा सँ भाषा कवि भवेश ४९४=
सोदरपुर सँ विद्यानन्दश सुत महो लक्ष्मी८नाथ ५०२-३ सोदरपुर सँ विष्णु०पति सुत महो भोरानाथ ५०२-५ माण्डुर सँ महो रविनाथ सुत महो रूचि ५०२=१ गढ़ माण्डँर सँ दशावधान नरपति ५०२=३
सकराढ़ी सँ पाँ गोनू ५०३-४ गढ़ बेलउँच सँ मुद्राहस्त५क गुणीश्वमर ५०३-५ सँ महोमिश्र रतिधर सुत महोगणपति ५०४-२ ततैल पण्डुरआ सँ सदुō छीतू सुत पाँ हरिकेश ५०४=१
हरिअम सँ पशुपति सुत महो भवानी नाथ ५०४=५
सँ संगीतीवीर ५१४=६
माण्डगर सँ महो जनार्दन ५१७=३
सँ मōमō वसन्त सुत योगी ५१९-३ सँ मōमō माधव ५२२-३ पाली सँ राजमती श्वार सुत कुमर रतन सिंह सुत कुमर उदय ५२२-४ अनलपुर करमहा सँ महो रमानन्दव सुत सर्वज्ञान बालकृष्णर ५४०=३ सर्वज्ञ सरस्वसती पदांकित रूचिपति पण्डितराज पदां रतियति महामहोपाध्या०य:
सुरगन सँ महाराजाधिराज रामचन्द्र नारायण ५४७- पबौली सँ सर्वज्ञान गरीब ५५८-४ पनिचोभ सँ कविशेखर पदां. शतञ्जीव ५६०=५ बरहैता वाठी गौतम गोत्रे खण्ड.बला ५६४=३ पण्डुाआ सँ देवानदस्य. ककरौड़ ग्रामे लिखिता १६४४ शाके
५६९-३
कविन्द्र पदांकित रधुनाथ गड़ूरध्वकज गोपीनाथ ५७५=४
मातृ सपिण्डाद
(महाभारत षष्ठ खण्डा ) ४४ म अध्याठयक अठारहम शलोक
असपिण्डामच या मातुरस गोत्रा च या पितु:॥
इत्ये्ता मनु गच्छेत तं धर्मम् मनुरब्रवीत्॥ वध्वा् वरस्य वा तात: कुटस्थााद यदि सप्तमः। पंचमी चेत्तयोर्माता तत् सापिण्डायं निवर्तते॥
अर्थात वर ओ कन्यातक पिता बीजी पुरूष सँ सातम पुस्तद मे उत्प४न्न- भेल हो ओ माता पाँचम पुरूष मे हो तँ एहि मे कन्यात-वरक हेतु सापिण्ड्यष निवृति भए जाय। पिताक पक्ष मे सात पुस्त० तक मानल गेल । सात पुस्तु मे एक पिण्डि देनिहार ३ पिण्डर भागी, तीन लेप भागी होइत छैक। महाभारत षष्ठस खण्डा अ. १०४ श्लोतक-१३० वर्जयेद व्य क्तिनीँ नारीं तथा कन्या, नरोत्तम सभार्यां व्य३क्तितां चैव मातु: सुकुलजां तथा
काष्ठय मातुल निर्णय: सर्वा: पितृ पत्न्यौ मातर भ्रातरौ मातुलस्त दुहितरौ भगिन्यः। तद्पत्याउनि भागिने यानि। ताः परिणीताभ शंकर कारिन्यो भवन्ति
वैयाकरण मन मोहनस्यत उक्ति गौतम: असमानप्रवरैर्विवाह उर्ध्वंम सप्रभात्
पितृ बन्धु भ्यो विजीनश्चव मातृबन्धुसभ्यि : पंचमात् पितृ बान्ध वा : पितामह सुसु: पुत्रा पितु: मार्तुः शुशुः सुता । पितु मातुल पु्त्राश्चश विज्ञेया मात़ृ बान्धतवाः
मातृ बान्धुवा: मातुर्मातु: सुर्सुपुत्राः मातुः पितु सुसु: सुता:।। मातुर्मातुल पुत्राश्चत विज्ञेया मातृ बान्धसवा:।।
काष्ठ् मातुल: सर्वा: पितृ पत्न्यो मातरस्तुभ्रातरौ मातुल स्त द्वहितरौ
भगिनस्ताद पत्या:नि भागि नेयो निता: परिणीता: शंकरात्मे धर्म्मु कारित्योन भवन्ति।। तथाध्याणय दितुरेत देव उत्कं्च मत्येानि सुक्ते समान प्रवरारापि शिष्यक संतति रेवा ब्रहमदातुर्गुरोश्चैधव संतति: प्रति सिद्दयते ।। मनु शातातपो
असपिण्डातच यामातु, रस पिण्डा च या पितु: सा प्रशस्ताड द्विजातीना दार कर्मणि मैथुने
स्मृति शारादौ पंचमात् सप्रभात् उर्घ्वंत मातृतः पितृतस्तैथा सपिण्ड्ता निवर्तनं सर्ववर्ते क्षयं विधि:
पञ्जीकार रघुदेवाकृत
ब्राह्मणानां समुत्परर्ति सदबीजी कथनमतथा। करोमि रघुदेवाख्यत: पाण्डुथ : पञ्जी विनिश्चियम् ।। घुसौतौ गंगोली हरिअम्बर खौआलौ दरिहरा
तिसौंतौ वै पाली सरिसब सिंहासौ करमहा बभनियाम शर्म्मा द्विजवर पटुर्म्माहण्डर पुरे बलेवाड़ौ नूनं कुलपति मते विजी पुरूषा बभन्याौमं बिना केचित् संकराढ़ी पुरै सह: त्रयोदशे तैविख्याबता पञ्जयां वै विजी पुरूषा सिंहाश्रमं विना केचित् कुजौली सहितं पुरा त्रयोदशै ते विख्याता विश्वौचक्रे व्युवस्थिता जजिवालस्टँकबाल पनिचोभ श्चवविलोंचक: पाण्डुसर: सुरगनश्चैंव सतलखा ग्राम एव च
बलियासौ विसपी चैव जलैवारस्ताथैव च
माण्डसरश्च तथा विश्वचचक्रे वै बीजी पुरूषा
खड़ौरश्च खौवालश्चत बुधवालस्तरथैवच
माण्डशरादरिहरश्चैव सोदरादिपुर पुरः स्तपथा अयन्ता श्रोत्रि संयुक्ताश ब्राह्मणा वेद पारगा: त्रयोदशैते विख्यांता वारान्तश्चापि कथ्यदऽते गंगोली च कुजौली च पबौली त्रलयी तथा
बहेराढ़ी संकराढ़ी पाली प्रज्या न्त श्रोत्रिया
दीर्ध घोषो बेलउँच: पनिचोभे एकहरौ तथा वलियासौ जजिवालश्च: टंकबालश्चह पांण्ड वा: अष्टावैते समाख्याशता मघ्यबमा पञ्जीकोद्भवा एतेषां वंश वीजी वै पञ्ज्यां सर्वे निवेशिता
तथाचोक्तं मंगलधर पञ्ज्यां
अयन्तास्त्ररयोदश: श्रेष्ठा वारान्ता सप्त तत्रत: दीर्घधोघोडदय: श्चासष्टोर मघ्यामा षरिकिर्तिताः सकुना सुरगनश्चर सतलखा ग्राम एवच उचति विसफी चैव जल्लकी चैव मध्यखम: क्षुद्रश्चाचल्लाचरिकौ कोन वुसवन श्चाोय कथ्ययते भ्रष्टाश: लदभदा श्चा न्यो भ्रष्टामतिभ्रष्टत मैथिलाः (लगुरदह – दहिभत)
रधुदेव कृत
अयन्तव वारान्तभ मध्यचमा
खड़ौरय गंगोलिवार दिधवय खौवालय पवौलिवार बेलउँचय बुधवालय कुजौलीवार एकहरय मड़रय अलयीवार पनिचोभ दरिहरय बहेड़वार वलियासय धुसौतय सकड़िवार जजिवालय तिसँउँतय पलिवाड़ टंकवालय नरउनय - पण्डुअय करम्महय - सकुनय
बभनियामय अधमाऽधमा सुरगनय हरिअम्बयइ नगुड़दय सतलखय सरिसवेई दहिभतवार उचितवार सोदरपुरये फन्दहवार विसैवार
अधमा दसौतिवार जलयवार अलरिये
कोदरिये
कोथुये
महुए
वुसवनय
शास्त्रय कथने कारणमाह गंगौरौ नयनाथकरय दुहिता तस्यावस्तु तारापते।। श्चोरद्वाहो महिहानी संज्ञक द्विजस्तकन्यतका वैपुन:।। गंगोरो हरिनाथकस्य गृहिणी कन्यां तु सा पंचमी ।। विदुतो गउना वसाउ स्वजना सम्बध चाण्ड लिनी।। रघुदेव कृत वरवा पुरवा तौ द्वौ गिद्धौर गढ़ रक्षकौ बस्बाप सन्तति स्तिनु पूरथू जय सिंहक: १. कायस्थत कुल सम्भूतो मनसी शीत संज्ञक: निधू दिवाकरश्चैसव मानि छौन हरिश्चन वै
कुलनौ झुलन श्चैसव तौ द्वौ २. मेरू मद्धू मथनो तौ द्वौ कलन्दीर कुलद् भवो मौनी शंकर दाशश्च गंगादाशस्तकथैव च
३. सोदरः स्वूर्णकारश्चन सुन्दकर स्तात्र कथ्यटते तपोबनेउ तापसी वने गोविन्द कन्तजा रेकौर कुग्राम वासी येतेऽपि मद्यपाजना वाटू काटिर्य धनौजिके च त्रिपुरौ गोविन्दकस्ता ञ्जती लाङ्गुलोपिच वीरावश्च तपसी चण्डाले चन्द्र स्तदथा सन्याुसी गिरी चेतनश्चड वगड़ा कारूस्तकथा केउँटी राउदश्चो विलोक्यन वर्ण विविधान पञ्जी प्रबन्धतकृतः इति पञ्जी शास्त्र कथने कारण मुक्तम
रघुदेवाकृत अथ सदबीजी कथनम् गंगोलीर्द्विज वीर कोऽपि त्वलयी गंगाधरः पण्डित: शाँई खण्ड्बला तिसउँत नगरे विश्व म्भरो अभूत पूरा खौवालोपि प्रजापति करम्मसहा शास्त्रिज्ञ वंशीधरो दान्ती सिद्धिजन कुजौली नगरे बाभन्ति शर्म्माि शिव: नरसिंह माण्डिरो महा महोस्त्र शास्त्र सँ विदो घोसोत बासुदेवकौ महि धरौ नरउन के
हरिअम्बा झाँउँ दिक्षीतो महामहो विशारद: सिंहाश्रमो हलायुधो महामहो त्रयोदश:
दौहराछौ तदनुच भण्डु्रा पाठकौ वै गोविन्दव: श्री पल्ली ----- दये प्रविदित हरि कपिलानन्दायोगीचवै टंकग्राम हरिवर विदित हरिपाणिस्तथान्ते विशु पंचकरा समो सुविदित येषानु धरनीधर: सतलखा चक्रपाणिश्चु दण्ड पाणिर्ज्जजीपुरे कमलपाणि दरिहरा पनिचोभश्चच महेश्वणर: ग्रामाद् ग्रामान्तरं वक्ष्ये गोत्राद गोत्रान्तरं तथा विप्रादं विप्रान्तचरंचापि पञ्ज्यां वंश प्रवर्द्धनम सप्तः गोत्राश्चन उस्त्रिशत ब्राह्मणा पञ्जिदकोद्भवाः तेषां सम्बरन्धत: सर्वे वर्णाश्चवानु वर्त्तते गंगोली तौ विकश्चानपि पबौली र्क्तहतेऽधुना घुसौतौ बुधवालाख्या् विभाकर प्रभाकरौ विशुपंच कलस्तेखकहरा देवे तथा मवे भण्डांरि समत: पश्चाव स्लेखाई फनन्द ह पुरे तथैव चौरती ग्राम सँ बीजी पुरूषोत्तम: श्री पल्ली कपिलानन्दोष संकराढ़ी पुरेपिच जल्लकी भन्दवालश्च माधवः कथ्यते पुरा
जयशर्म्म हरिशर्म्मााणो करमहा वंशधरस्ताथा
कुमारी मातुलं तानौ वत्सवाल नरउनके
करमहा वंश तश्चापि महिधरः करमहा बनुभालश्चप तस्य पुत्रो मनोधर: केशव सुत: सुर्यस्त्स्यो पुत्रो महिधर: रतिधर महिधरौ पञ्ज्यां मुरारेर्दौ कथं भवेत् श्रीधरस्तधत्र वंश वृद्धि: प्रयोजनम पुत्रो कुमारिका यत्र नरउनश्चर दृश्याते श्री करश्चा तथा पञ्ज्यां करमहा हपुरे तथा गौरीश्वरो शक्तिपुरे निवासी नरउन केतस्यर सुतो मुरारी: अभूत पुरे गाउल करमहाख्योस बीजी मुरारीश्च नरउन कोपि
हल्लेपश्वरश्चापि सुरेश्वरश्च जीवेश्वरर तत्र त्रयोपि सोदरा: सिंहाश्रमात् सोदर ग्राम वासिना महामहो तत्र त्रयोपि संतिति
हरिम्व्तौँ हरि हरो वासी वै सकुना पुरे श्री पल्लीत तौ मुरारी वै बहेराढ़ी पुरे तथा तिसौंता तिसुरी वासी तथा लक्ष्मी पतिश्चे वै श्री पल्लीस तश्चालदि देवे मौचनाख्य पुरे तथा
कुश्चिद् विशेष
।। साम्य गोत्रे सम्बन्धे :।।
सरिसव सँ करूणाकरस्य विवाहस्तयाच कन्या याम्
खण्डसबलासँ ठ. विश्वे्श्वरस्य सुत: साम्भ गोत्रेपि
सरिसब सँ रलाकरस्यँ विवाह स्त्था च कन्यायाम्
बाढ़ पबौली संज्ञक हरदत्तश्चावपि साम्ये पि
वाचस्पबति र्विवाहो बाढ़ पवौली द्विजस्य साम्येनपि
प्राणस्य वै सुतायां सोदरपुर द्विजस्यद साम्यन गोत्रे
दरिहरा द्विज कृष्णं पतेश्चव परशुराम द्विजकस्यो खौआल
कन्यरका सुनधिकार विवाहो विश्वचचक्र लिखने समगोत्रापि
गीरू शीरू सन्या सी गीरपूरखूतस्यच वै पुत्र। काशीकस्यप विवाहः
करमहा संज्ञक कन्यानयाम्।। काशीकस्यस सुतायां करमहा संज्ञकस्य स्ताथा मुकुन्दणस्य विशुपंचक विप्रस्त स्ये विवाहो लिपि
॥पञ्जीकाम् ॥
पाँ रघुदेव कृत
अथ समीचीनसप्तत गोत्रे कथ्य न्ते ।।
॥गंगोलीच पवौलीच खण्डतबलास्त थैवच ।। ॥सोदरो जजिवालश्चख दिर्घोषो सरिसवस्ततथा।। शाण्डिल्यि गोत्रस्यद सम्भूवताब्राह्मणास्ते। व्यवस्थिता॥
गोत्र: पराशरश्चायपि नरउन सुरगनश्चरवै॥
घुसौतश्च: तिसउँतश्चि टंकवाल स्त्थैव च
करमहा बुधवालश्चच फनन्दोहश्चै्वती च वै बहैराढ़ी अलैवारौ पलिवारश्चो जल्ल्की वाभन्यबश्चै हरिअम्वच वत्सं गोत्रे व्यवस्थिता
दरिहरा माण्डयरश्चैहव पाण्डुजर: सतलखाचवै संकुराढ़ी च वल्यावस्तै विशेवार श्चज तत्रवै खौवालौ चोयनी चैव काश्यशपं सकलं जगत्
गोत्रे कात्याचयनश्चैयव कुजौली मेव सँ मही भारद्वाजस्थितौ गोत्रे बेलउँचैक हरौच वै सावर्णागोत्र: पनिचोभश्चाकन्ये गौत्रान् निश्चिता
शाण्डिल्यत काश्य्पश्चैौव भारद्वाजस्तरथैवच वत्सड कात्याशयनोताँम पराशर मुनिस्तदथा सावर्णश्चत मुनि पञ्ज्यां सप्तेवैते व्युवस्थिता: अन्येणन्येम नव गोत्राणि शाखायोते प्रकिर्तिताः इतिसप्त् गोत्रे व्यरवस्थित पञ्जी
महाराज हरिसिंह देव जीक सभामे उपस्थित सभ्या लोकनि द्वारा सदुपाध्याय गुणाकर झाकें मैथिल पञ्जीक भार देल गेलन्हि:- नन्देकन्दुन शुन्यं् शशि शाक वर्षे (१०१९) तच्छ्रावणस्य धवले। मुनि तिथ्य धस्ता त। स्वा ती शनैश्च र दिने सुपुजित लग्ने श्री नान्य देव नृपति: र्व्यिधीत वास्तंथ।।१।। शास्ताचनान्य पतिर्व्वलभूव नृपति: श्री गंगदेवो नृपस्तीत् सूनू नरसिंह देव विजयी श्री शक्ति सिंह सुत: तत् सुनू खलू राम सिंह विजयी भूपालवन्तं सुतो जात: श्री हरिसिंह देव नृपति: कार्णाट चूड़ामणि।।२।। श्रीमन्तंत गुणवन्ति मुत्तम कुलस्नाया विशुद्धाशयं सञ्जातानु गवेषनोत्सुनक तयात् सर्वानुव्यूक्तिक्षमं। चातुर्यश्च चतुरानन: प्रतिनिधिं कृत्वा च्चुतुर्द्धामिमां पंचादित्य कुलान्विता विवजया दित्यैा ददौ पञ्जिकाम ।।३।। भूपाला वनि मौलि रत्नु मुकुटोलंकार हिरांकुर।
ज्योलत्सो्ज्वाल यटाल भाल शशिभिः लीलञ्च चंचल मुख: शोभाभाजि गुणाकरे गुणवतां मानन्दा कन्दोतदरे दृष्टात्मा। हरिसिंह देवनृपति: पाणोददौ पञ्जिकाम् ।।४।। ॥अपिच।।
दृष्ट्वा सभांश्री हरिसिंह देव विचार्यचित्ते गुणिणी सहिष्णोल गुणाकरे मैथिलवंशजाते पञ्जी ददो धर्म्मन विवेचणार्थम ।।५।। वालाद्भि युग्मव शशि सम्मित शाकवर्षे पौषष्यशुक्ल नवमी रवि सुनूवारे त्यगक्वांशज सुपट्टन पुरी हरिसिंह देवो दुर्द्देर्व देव सित पथोऽय गिरी विवेश:।।
श्रोत्रिय लोकनिक गोत्र, मूल ओ मूल ग्रामक निर्णय :-
गोत्र मूल मूलग्राम
शाण्डिल्यू (i) सरिसब खांगुड़, सकुरी, जोंकी
(ii) पर्वपल्ली वढि़याम (पवौली) (iii) खण्डपबला भौर (iv) सोदरपुर सरिसव, मानी, दिगउन्ध्, तेतरिहार, कन्होिली कटका, हाटी,
वत्सो (i) पाली महिषी (ii) हरिअम्बी बलिराजपुर (iii) घुसौत नगवाड़ (iv) करमहा रूचौलि, नरूआड़, बेहट, तरौनी, झंझारपुर, अनलपुर (v) बुधवाल गंगोरा, डुमरा, परियाम्ब,
कश्यरप (i) खौआल सिम्वुरवाड़, मुराजपुर, महुआ (ii) सकराढ़ी परहट, लोहना (iii) दरिहरा रतौली (iv) माण्डार सिहौलि रजौरा, कनसम, पतनुका (v) वलियास माड़रि
पराशर (i) नरउन सुल्हिनी, पुड़े, त्रिपुरौली (ii) सुरगन लोआम
भारद्वाज (i) एकहरा रूचौलि, कन्हौ ली
कात्याायन (i) कुजौली भखरौली
सरिसब- खांगुड़, सकुरी, जोंकी
पवौली- वढ़ियाम
खण्डवला- भौर
सोदरपुर- सरिसब, दिगउन्ध, कन्हौली, मानी, हाटी, तेतरीहार, कटका
हरिअम्ब- बलिराजपुर
घुसौत- नगवाड़
करमहा- रुचौली, नरुआड़, बेहट, तरौनी, झंझारपुर, अनाथपुर
वुधवाल- परियाम, गंगोरा, डुमरा
पाली- महिषी, मंगरौनी, जमदौली
खौआल- महुआ, मुराजपुर, सिमरवाड़
सकराढ़ी- परहट, लोहना
दरिहरा- रतौली
माण्डर- रजौरा, सिहौली, पतनुका, कनसम
वलियास- माड़रि
नरउन- त्रिपुरौली, सुल्हनी, पुड़े
सुरगन- लोआम
कुजौली- भखरौली
एकहरा- कन्हौली, रुचौली
(प्राचीन पञ्जी) लौकित) श्रोत्रिय लोकनिक चौगोला श्रेणी युक्तञ
प्रथम द्वितीय तृतीय चतुर्थ पंचम
भरथीया भदाईझा बाभनझा पीताम्बमरझा दशरथमिश्र
रघुनीझा नारायणझा देवाईझा गंगाधरझा रूद्रपतिझा
वाबूमिश्र बलभद्रठाकुर तिसउँत रामदेवमिश्र शंकरराय
गोढ़ाईझा विश्वेठश्विरमिश्र जटेशझा दामूझा शिवमिश्र
षष्ठाम सप्तवम अष्टेम वीरठाकुर मोतीझा रोहाड़माधवमिश्र सदाईमिश्र भोलनझा नरपति झा
भीखारीझा माधवझा हेमाङ्गद राय सुरगन रघुनन्दनन पाठक
१६०० शाके मे श्रोत्रिय लोकनिजे पौजि सँ सम्बमन्धित भेलाह।
मूल ग्राम नाम लौकित सरिसब खांगुड़ बवूनी झा गंगाधर झा सरिसब खांगुड़ धीरनाथझा गंगाधर झा सरिसब खांगुड़ जीवनाथझा दशरथ मिश्र
सरिसब खांगुड़ गणेश झा जगदीश मिश्र सरिसव जोंकी शंकर मिश्र शिव मिश्र सरिसव सकुरी देवीदत्तझा सुबन्धु्झा पवौली वढि़याम मनसुख झा हेमाङ्गदराय पवौली वढि़याम रूद्रदत्तझा गोढ़ाईझा पवौली वढि़याम सदानन्द्झा पीताम्बारझा खण्डीबला भौर श्यामनाथ ठाकुर तिसउँत एकनाथ ठाकुर भरथीझा महाराजा प्रताप सिंह तिसउँत महाराजा माधव सिंह तिसउँत
लौकित
मूल मूलग्राम नाम लोकित
खण्डतबला भौर गणेश ठाकुर तिसउँत ’’ ‘’ दुर्गादत्तठाकुर तिसउँत
’’ ’’ रूचिपति ठाकुर बलभद्रठाकुर ’’ ’’ गोपालठाकुर पीताम्बारझा ’’ ’’ सोन ठाकुर भदाईझा ’’ ’’ प्रान्नारथ ठाकुर विश्वेझश्वलर मिश्र ’’ ’’ मणिनाथ ठाकुर विश्वेकश्वेर मिश्र ’’ ’’ रतिधर ठाकुर भरथीझा ’’ ’’ सोनी ठाकुर भरथीझा ’’ ’’ गौरीनाथ ठाकुर गोढ़ाई झा ’’ ’’ उग्रसिहं ठाकुर तिसउँत ’’ ’’ जगत सिहं ठाकुर लक्षू पाठक ’’ ’’ कमल सिहं ठाकुर अमौन ’’ ’’ इशान्नांथ ठाकुर रघुनीझा सोदरपुर सरिसउ ह्रदयनाथ मिश्र भदाईझा ’’ ’’ जानकीनाथ मिश्र विश्वेुश्विर मिश्र ’’ ’’ शिवानन्द मिश्र भरथीझा ’’ ’’ छबनू मिश्र भरथीझा
’’ ’’ चित्रधर मिश्र विश्वेरश्वार मिश्र ’’ ’’ आँखी मिश्र तिसउँत ’’ ’’ पखिया मिश्र गोढाईझा ’’ दिगउन्धा भवनाथ मिश्र भदाईझा “ रमाकान्तन मिश्र रघुनीझा
“ भवानीदत्त मिश्र रघुनीझा ’’ ’’ बछरू मिश्र रघुनीझा
’’ ’’ हृदयनाथ मिश्र बाभन झा ’’ मधुपति मिश्र रघुनीझा
“ घनानन्दप मिश्र भरथीझा ’’ ’’ चिन्ताममणि मिश्र रामदेव मिश्र ’’ ’’ यारी मिश्र तिसउँत ’’ ’’ शिवानन्द् मिश्र तिसउँत ’’ कन्हौिली लक्ष्मीिदत्तझा माधवमिश्र ’’ ’’ रामभद्र झा गंगाधर झा ’’ ’’ विष्णुरदत्तझा शंकरराय ’’ मानी मंचितमिश्र रघुनीझा ’’ ’’ रघुनाथ मिश्र दशरथ मिश्र ’’ ’’ रूचिपति मिश्र भदाई झा ’’ ’’ घनानन्द मिश्र दामूझा ’’ हारी सोनी मिश्र विश्वेरश्वार मिश्र ’’ तेतरिहार सदानन्दझा तिसउँत ’’ ’’ महेशझा रामदेवमिश्र ’’ कटका कुलपतिमिश्र बाभनझा ’’ ’’ कृष्णिपति मिश्र रामदेवमिश्र पाली महिषी रामझा भानू मिश्र ’’ ’’ छोटकनि झा रामदेव मिश्र ’’ ’’ रतिदेवझा पीताम्बशर झा ’’ ’’ लक्ष्मीादत्त झा वीर ठाकुर ’’ ’’ लक्ष्मीाकांत झा रघुनीझा ’’ ’’ गोकुलनाथ झा ’’
’’ ’’ वंशीधर झा भदाई झा ’’ ’’ विश्वे श्वझर झा शंकरराय ’’ ’’ दुल्लह झा ’’
’’ ’’ अमृतनाथ झा भदाई झा ’’ ’’ मतिनाथ झा बाभन झा ’’ ’’ धरानाथ झा रामदेव मिश्र ’’ ’’ मनभरन झा तिसउँत
’’ मंगरौनी रामकृष्णनझा पाणिझा ’’ ’’ धनेश झा तिसउँत ’’ जमदौली परशमणिझा गोनू मिश्र
घोसोत नगवाड़ कलानाथ ठाकुर भानू मिश्र ’’ ’’ नमू ठाकुर भिखारी झा
हरिअम्बग वलिराजपुर म.म.सचल मिश्र भदाई झा ’’ ’’ मानीक मिश्र रघुनी झा ’’ ’’ मेघनाथ मिश्र गोढ़ाई झा ’’ ’’ दुल्लथह मिश्र तिसउँत ’’ ’’ प्रभूनाथ मिश्र जटेश झा
करमहा रूचौलि नरोत्तमझा दामू झा ’’ ’’ रामेश्वतर झा दशरथ मिश्र
’’ नडुआर दुखभंजनझा पाणिझा ’’ ’’ मुरलीधरझा वीर ठाकुर ’’ ’’ साहेबझा दशरथ मिश्र
’’ बेहट जगन्नााथ झा तिसउँत ’’ नारायणदत्तझाप्रभृति ’’
करमहा तरौनी वेणीझा वीरठाकुर ’’ महिधर झा शिव मिश्र पद्मापति झा मोती झा
झंझारपुर योगानन्द झा शंकरएण
करमहा अनलपुर टेकनाथझा भदाई झा जाल्पाुदत्त झा दशरथ मिश्र राधानाथ झा रूद्रपतिझा बुधवाल वरियाम दुल्लीिझा विश्वे्श्वदर मिश्र परशवमणि झा वीर ठाकुर
बुधवाल गंगौरा परशमणि झा देवाई झा ’’ ’’ भोरानाथ झा भानु मिश्र ’’ ’’ रघुनाथ झा तिसउँत खौआल महुआ देवकृष्णाझा शंकरराय ’’ मुराजपुर रत्नपाणि झा सुरगन बड़का ’’ सिमरवाड़ हेमनाथ झा रोहाड़ ’’ ’’ पीताम्बनर झा रघुनी झा ’’ ’’ गोकुल झा रामदेव मिश्र ’’ ’’ बालहझा तिसउँत ’’ ’’ रमापति झा विश्वे श्व र मिश्र
’ ’’ जानकी नाथ झा ’’
’’ ’’ बनी झा ’’
सकराढ़ी परहट रंगनाथ झा विश्वेझश्वशर मिश्र
’’ ’’ विष्णुझदत्त झा दशरथ मिश्र ’’ ’’ चन्द्रझदत्त झा शंकर राय ’’ ’’ वासुदेवझा विश्वेतश्वंर मिश्र ’’ ’’ गरीब झा गंगाधर झा ’’ ’’ दुल्लझह झा रघुनी झा ” लोहना कृष्ण दाश झा हाड़ी झा
दरिहरा रतौली भवनाथ झा गोदाई झा
’’ ’’ भूपनारायण झा तिसउँत ’’ ’’ विद्यानाथ झा तिसउँत देवनारायण झा दशरथ मिश्र ’’ ’’ भगीरथआनन्दझझा तिसउँत ’’ ’’ केशव झा यटेश झा ’’ ’’ कन्हाझई झा ’’
’’ ’’ खगनाथ झा ’’
“ रैया झा भदाई झा
’’ ’’ किर्तिनाथ झा भदाई झा
माण्डर रजौरा धनानन्दई झा पीताम्बरर झा
’’ सिहौलि खगपति झा शंकर राय ’’ ’’ वाचा झा भोलन झा ’’ ’’ हेमकरझा दामू झा ’’ ’’ विष्णुापति झा तिसउँत ’’ ’’ बेचन झा रामदेव मिश्र ’’ ’’ धीरनाथसिहं झा सुरगन बड़का ’’ ’’ कुमर सिंह झा भंजन झा ’’ ’’ गनी झा तिसउँत ’’ ’’ मेधापति झा रघुनी
’’ पतनुका खुशिहाल झा पीताम्बउर झा
’’ कनसम दुर्गानाथ झा शिव मिश्र
वलियास माड़रि इन्द्रमपतिझा रूद्रपतिझा मणि झा ’’
नरउन पुड़े भवेश झा भरथी झा
’’ ’’ छत्रपति झा गोढ़ाई झा ’’ ’’ कलानाथ झा ’’
’’ ’’ दामोदर झा भानु मिश्र ’’ ’’ विश्वे श्वमर झा रघुनी झा ’’ ’’ गंगादत्त झा ’’
“ हरदत्त झा माधव मिश्र
’’ ’’ मेघनाथ झा दामू झा
नरउन त्रिपुरौली गुणानन्द सरस्वाती ’’ ’’ सुल्हुनी तीर्थदन्तरझा भरथी झा ’’ लक्ष्मीौदत्त झा तिसउँत ’’ काशीनाथ झा शंकर राय ’’ जहलीझा कुलपतिझा रघुनी झा ’’ दुखिया झा विश्वेकश्वलर
नरउन सुल्हानी गोविन्द झा जीवनाथ झा नरउन सुल्हानी लक्ष्मीव नाथ झा भदाई झा ,, ,, दयानाथ झा ’’
सुरगन लोआम उत्तिमनारायण राय सुरगन बड़का ’’ ’’ म. नर नारायण राय ’’ “ चन्द्रनारायण राय सुरगन छोटका
“ रामनारायण राय सुरगन छोटका
कुजौली भखंरौली मेधाकर झा भरथी झा ’’ ’’ शोभाकर झा रघुनी झा ’’ ’’ धूर्छीझा बाभन झा ’’ ’’ गोशाँईझा दामू झा ’’ ’’ वूचा झा ’’
’’ ’’ धरानाथ झा रामदेवमिश्र ’’ ’’ हेमकर झा देवाई झा
एकहरा कन्हो ली वाचा झा विश्वेदश्व र मिश्र ’’ ’’ भवदत्त झा यटेश झा एकहरा रूचौलि नन्द न मिश्र नरपतिझा
प्राचीन पाँजि मोदानन्दन झा शाखापञ्जी
मो. न. शाखा प्रथम चौगोला वि. न. शा. पत्रांक ५२//०२ वढ़ियाम पबौलीसॅ रामदेव सुत भरथी झा ६१//०७ रतौली दरिहरासँ रामनाथ सुत रघुनी झा १९०//०५ शि. हरि बसुदेव सुत बाबू मिश्र ११३//०१ अनल कर. कृष्णवदेव सुतगोदाई झा
द्वितीय चौगोला ११०//०५ रजौरा माण्डारसँ महादेव सुत भदाई झा १४६//०२ डूमरा बूधवालसँ सदानन्दस सुतनारायण झा २१८//०१ भौर खण्डधबला सँ रघुरामसुत बलभद्र ठाकुर १२१//०६ मंगरौना हरि. चिकू सुत विश्वेरवर मिश्र
तृतीय चौगोला ११२//०४ महिषी पालीसँ बाटू सुत बाभन झा
सँ सुत देवाई झा कुआ तिसउँतसँ चिन्ताामणि सुत श्रीकान्त झा मलि. नरउनसँ भवेश सुत यटेश झा
चतुर्थ चौगोला
७०//०६ कटैया माण्डशर सँ पीताम्बवर सुत दामू झा १२८/०४ बिठौली वलि. सँ भमरू सुत गंगाधर झा ९१//०३ रैयाम सोदरपुरसँ हरखू सुत रामदेव मिश्र १११//०४ महिषी पालीसँ शिवसुत रामू झा
पंचम चौगोला ५७/०२ रूचौलि एकहरा सँ श्रीपतिसुत दशरथ मिश्र १५९/०२ माड़रि बलियाससँ हरपतिसुत रूद्रपतिझा १६४//०४ ‘‘ ‘‘ रघुनन्दतन सुत शंकर राय ८२//०५ जोंकी सरिसबसँ पद्मनाभ सुत शिव मिश्र
षष्ठम
४१६/०४ भौर खण्डीबला सँ लक्ष्मीिकांत सुतवीर ठाकुर सँ सुत सदाई मिश्र २१९/०६ महिषी पालीसँ लक्ष्मीनारायण सुत भिखारी झा १०१//०५ लोआम सुरगन सँ प्राणपति सुत समर सिहं ‘‘ ‘‘ उत्तिम नारायण राय छोटका सुरगन
सप्तुम १५७/०६ मंगरौनी पालीसँ पाँ धर्माङ्गद सुत मोतीझा १४३//०६ वहि. पबौली सँ चाण सुत कवि भोलन झा २४१ क //०२ ” गिरधर सुत माधव झा १४५//०३ बलियास सं छीतू सुत रघुनन्दुन पाठक
अष्टुक १३५//०५ रोहाड़ सोदरपुर सँ जानू सुत माधव मिश्र १६६/०४ हरड़ी सकराढ़ी सँ पाँ रामभद्र सुत पाँ नरपति झा २३९/०१ माड़रि वलियास सँ नयन सुत हेमाङ्गदराय
महाराजाधिराज ५ मान् मिथिलेशक आज्ञानुसार पछबारिपारक लौकिक आ श्रेणिक व्यवस्था पञ्जीकार लोकनि जे स्थिर कएलन्हि से प्रकाशित भेल छल आ ईहो प्रार्थना छल जे ताहि मध्य जनिका किछु वक्त्तव्य होइन्ह से प्रार्थना पत्र द्वारा श्री ५ मान् मध्य निवेदन करथि, ततः निदान विशिष्ट सभा मध्य एकर परामर्श कए पुनः प्रकाशित कएल जायत।एतएसँ १ सँ १५ धरि श्रेणी बना देल गेल। ढेर विवाद उठल जे पाइ लए कतैक तथाकथित निम्नकुलमे पाँजिक मान्यता देल गेल।
पछबारिपारक लौकित नाममे कतहु लौकित व्यक्तिक नामपर आ कतैक ठाम गामक नामपर लौकितक निर्धारण भेल।
किछु उदाहरण अछि-
१. सिंहवाड़-मथुरेश ठाकुर
२. मनियारी- मधुपति मिश्र
३. अमौन-बालकराम पाठक
४. भराम- छीतरी
५. बसन्तपुर- माधव मिश्र
६. कोकडीही- रामेश्वर मिश्र
७. नित्यानन्द चौधरी- पिण्डारुछ
८. एहु- भैय्यो मिश्र
९. खुटौनियाँ- भवानीदत्त झा
१०. लक्षमीपति मिश्र- धगजरी
११. कन्त झा- चानपुरा
१२. टङ्कवाल महिधर झा-पेकपाड़
१३. विष्णुदत्तपुरचिकनौट (मुजफ्फरपुर)
१४. चान पाठक- गजहरा
१५. लालठाकुर- धमदाहा
१६. ज्ञानी ध्यानी- रंगपुरा(पूर्णियाँ)
महाराजाधिराज श्री (५) मान मिथिलेश रमेश्वार सिंहक आज्ञानुसार पछवारिपारक पाँजिक श्रेणी न्यूननाधिक स्थिर भेल। श्री मोदानन्दश शाखा एवं नगराम पञ्जीसँ सम्बेन्धित पत्रांक देल अछि। राज प्रेस दड़िभंगा-१९२९
प्रथम श्रेणी
सकराढ़ी हरड़ी सँ पाँ रामभद्र सुत पाँ नरपति झा १६६-४
रोहाड़ सोदरपुरसँ जानू सुत माधव मिश्र १३५=५
कटका सोदरपुरसँ मनहर सुत गोनू मिश्र ९५=४ डूमरा बूधवालसँ शतन्जीुव सुत भैयन झा २६२=६ बधवास सरिसब सँ धरनीधरसुत भंजन झा १३१=१ नरसाम वलियाससँ घनश्यासम सुत नीलाम्बझर मिश्र ३०३=९ खांगुड सरिसबसँ लक्षमन सुत नन्दमन झा १९८=३ नगराम साखा खांगुड़ सरिसबसँ विश्राम सुत करिये झा २१=७ सन्दमहपूर दिघोसँ भैरव दत्त सुत मथुरेश ठाकुर (सिंहवाड़) २७०=७ कटमा बभनियामसँ सथाउन सुत कन्त झा २३८=५
द्वितीय श्रेणी सतौली सतलखासँ हरिसुत पदूम झा १७१=५ भखरौली सकराढ़ी सँ गादू सुत श्री कान्त झा १६८=४ गौर सोदरपुरसँ बछाई सुत मधुपति मिश्र (मनियारी) ३१०=१ कटका सोदरपुरसँ सँ महिनाथ सुत बन्धुर मिश्र १७५=६ महिषी बूधवालसँ परशुराम सुत बालकराम पाठक (अमौन) २३८-१ नरसाम बलियास सँ धराधर सुत वैया. खुशिहाल मिश्र १८४-३ सिहौली माण्डसरसँ पुरन्दवर सुत वैदिक गोनू झा १९९-२ बैगनी अलयसँ देवनानन्दर सुत परमानन्द चौधरी २२४-२ महिषी बूधवालसँ बाउन सुत कमलनयन पाठक ३०१=२
बिठौली वलियाससँ अनन्तु सुत महादेव झा १७९-४
तृतीय श्रेणी
डूमरा बूधवालसँ ब्रह्हमपति सुत घनानन्द झा ३०१=५ नर वलि. सँ घनश्यासम सुत वैदिक गणपति मिश्र २०२=८
समौली पालीसँ भवेश सुतजीव कर्ण मिश्र ३३४=४ हरड़ी सकराढ़ी सँ पाँ गोपाल सुत पाँ धारे झा ४०३-०१ जमुनी जजिवालसँ शिवनी सुत मुरारि मिश्र ३०१-६ बलहा बलियाससँ गोविन्दस सुत देवानन्द१ झा २३३=१ रूचौली एकहरासँ बल्लीद सुत पनाई मिश्र २३३-३
चतुर्थ श्रेणी ततैल सकराढ़ीसँ कृष्णासराम सुत छीतरीझा (भराम) २९७=३ हरिपुर पालीसँ रामकृष्ण सुत शूलपाणि झा ३५०=७ कटउना माण्डसर सँ रामकृष्ण सुत माधव मिश्र (वसन्तकपुर)१९४-२ जमदौली पालीसँ हरिहर सुत जयकृष्णष
ज्यो. खड़गपाणिझा – सखुआ २९०-४
(इतिद्विधा–जयकृष्णग सन्तसति द्वितीय खड़गपाणि सन्त९ति प्रथम)
काको बेलउँच सँ खगेश सुत प्रभाकर चौधरी नगराम ४९७-२ महिन्द्रपुर पण्डुेआसँ पाँ आनन्दग सुत पाँ प्र. छोटी झा प्र देवानन्द) झा२९७=२ दिगौन्धर सौदरपुरसँ हरिजीव सुत रामेश्वमर मिश्र कोकडीह ३०२-५ पचही जजिवालसँ हरदत्त सुत पीताम्बीर झा (पकड़ी) १४६=५ नाहस खौआलसँ बासुदेव सुत मधुसूदन (प्रतिहस्त ) ३२०=१ सतौलि सतलखासँ मनहर सुत प्रान्ना थ झा (नरहा) ३४२=५
कड़राइनि बभनियामसँ धनपति सुत पाठक महथू ३४८-३ गौतम गौत्र बूधैरासँ रामदेव सुत हरिकेश (पूजारी शिलानाथ) ३२२-२
पंचम श्रेणी बेहट खण्डणबलासँ मणिकृष्णह सुत हरिनारायण ठाकुर १८६=५
बढियाम पबौलिसँ टेङरि सुत सुखाई झा ३०१=२
विस्फी तत्रैवसँ दिनमनि सुत तुला ठाकुर ३३९-७
परमगढ़ अलयसँ नरोत्तम सुते नित्याुनन्दह चौधरी (पिण्डाटरूछ) ३३८=४ सकुरी माण्डँरसँ जगदीश सुत बटाउँ मिश्र ४०४=२ परहट बहेराढ़ी सँ रघुनाथ सुत महेरभान ठाकुर ४१३=२ यमुनी जजिबालसँ हरिहर सुत भैयो मिश्र (ऐहु) १७-६ संग्राम एकहरासँ भमरसुत खगेश झा २४-२
सकुरी सरिसवसँ शूलपाणिसुतभवानी दत्तझा (खूटौनियाँ) ६२//
षष्ठी श्रैणी
हड़री सकराढ़ीसँ पाँ योगी सुत पाँ तारापति झा ब.३२-७
सुखैत सोदरपुरसँ श्री कृष्णु सुत गोइ मिश्र ४०३=७
वत्सतवाल नरउनसँ अनन्तपसुत वल्लीर चौधरी २१३=१
मलंगिया कुजौली सँ सदानन्दन सुत मुरली झा ४३७-६
रखवारी हरिअम्ब सँ नयन सुत मदन मिश्र २३२=४
कोदरियासँ परमानन्दस सुत नवलक्षाधिपति लक्ष्मी२पति मिश्र(धगजरी)४०१// संग्राम एकहरासँ खगेश सुत विश्वननाथ झा व..५०/७ धनौजी गंगोलीसँ विश्व म्भर सुत नीलमिश्र व.५९=७
सप्तीम श्रेणी तरौनी करमहासँ घनश्याीम सुत वदनी झा व.७१-४ हारी पालीसँ गोनू सुत हिरदी झा व.५०=४
परमगढ़ अलयसँ बाबू प्र. सदानन्दी सुत विश्वेवश्व/र चौधरी ३१९=२ परमगढ़ अलयसँ बाबू प्र सदानन्द सुत वंशी चौधरी ४२१-६
सकुरी माण्डँरसँ जगदीश सुत हरिनन्दरन मिश्र (बरौनी) २९६-४
रखवारी हरिअमसँ आनन्दीर सुत छावनि मिश्र जड़सैनि ४२३-६ ततैलसकराढ़ीसँ कमलापतिसुत सुधाकर झा ४२२-८
खांगुड़ सरिसब सँ परानसुत यदुनीझा ३५७=२ लोहनासकराढ़ीसँ कृष्ण सुत मटरू झा २०८=७
अष्टाम श्रेणी अकुसी टंकवाल सँ गंगाधर सुत बोधकृष्णत झा ३८८-६
नगराम ततैल सकराढ़ी सँ हरिकेश सुत वीर झा ३७६=१ डीह दरिहरासँ मित्रकर सुत मोदी मिश्र (मालापूर) उ.प्र. २०५=७ हरिपुर पालीसँ भिखि सुत नरेश झा व.३५-८ कनसम माण्डीर सँ नेनू सुत कन्ता झा व.४३=५ रोहाड़ सोदरपुरसँ सँ जयि सुत पति मिश्र ३२९=८ उड़ा एकहरासँ दशरथ सुत छोटकू झा (भोगलाहा) ४१४=६ कनसम माण्डसरसँ मोहनसुत गतिराम झा व. ५६-६ जगतपुर ओइनि सँ राजा राम चन्द्रतसुत राजा प्रताप नारायण राय झा व.१३=५
नवम श्रेणी रजौरा माण्ड रसँ गिरीश सुत रतिकर झा ९-०४=०१ छामूसकराढ़ी सँ बन्धुड सुत वेदी झा (झंझारपुर) व-७२-७ परहर सकराढ़ी सँ भोरा सुत जयकृष्णुझा (खडगपुर) व-४६-६ काको बेलउँचसँ कालासुत कौस्कीृस्त झा व-७९-२
अंकुसी टंकबाल सँ जयकृष्णस सुत महिधर झा व-६०=३ भखरौली सकराढ़ीसँ महिपाणि सुत गुणी झा व-८१-४ रतिपाड़ बेलउँच सँ केशव सुत मांगु झा (महेशपुर) ३३१=५ सतलखा बेलउँचसँ हरिशंकरसुत पुरूषोत्तम झा (हालो)
सुत महिधर झा४१९=
काको वेलउँच सँ पुरूषोत्तम सुत नारो झा ९-४१-६
हरिपुर पालीसँ सुखड़ि सुत बेचू झा ९-६६-३
दशम श्रेणी
छामू सकराढ़ीसँ नित्याुनन्द सुत दामोदर झा (कन्हौ१ली) २५८=१ शक्तिरायपुर नरउनसँ भैरवदत्तसुत मचली मिश्र (रहिका) ४२८=६ नगराम जगति पबौली सँ बलदेव सुत मातू झारविष्णुदत्तपुर ५१=६ सँ सुत धराधर चौधरी जमुनी जजिवालसँ हिरासुत चीरा मिश्र-नगराम ७६=६ जगतपुर उइनिसँ किर्ति नारायण सुत रूद्रनारायणा १६२=८ सकुरीपालीसँ भवानन्दा सुत प्रद्यूम्न झा (मड़गाम-पाली) ९-०७-०३ सकुरीपालीसँ भवानन्दन सुत भूवन झा व.३६=१ कुजौलीसँ नित्याननन्दण झा
आहिलखौआल सँ दयाराम सुत कौस्की दत्त गोढम (नेपाल) नगराम३२४-४
सुत चक्रपाणि चौधरी आहिल खौआलसँ मोहनसुत महादेव झा (कथित विन्धी) नेपाल व.२९-३
एकादश: श्रेणी नगरामजगतपुर उइनिसँ ऐ निपाल नारायण सुत रशीक नारायण ३१३=२
वारी माण्डरर सँ रामेश्वरर सुत भूषण झा ४४२-१० ओझोलि नरउनसँ ह्रदयराम सुत मणिझा (सागरपुर) ४३१=५ सरावय सकराढ़ी सँ वैद्यनाथ सुत चाण पाठक व. ८५=८ बहेड़ा बेलउँच सँ देवीदाश सुत विरसिंह राय बहेड़ी ६१-५ ओड़ा एकहरा सँ कामदेव सुत पुरन्दरर झा खजूरी ३०५-४ सकुरी वलिया सँ नरपति सुत गोविन्दस झा खजूरी तरौनी ४१४=५ पुरोही पालीसँ लक्ष्मीसनाथ सुत गतिराम झा हरिनगर ४१७=८ द्योरी खण्डसबलासँ महिनाथ सुत लाल ठाकुर धमदाहा वसुवाड़ी वलियाससँ सुतअन्दी मिश्र
सारा मोहनपुर सुत गुणानन्द झा व-१०५ मलिछाम वहेराढ़ी सँ यवदू सुत चोटाई ठाकुर-भच्छीा व.७=०५
छामू सकराढ़ीसँ दामोदर सुत जगन्नाईथ झा मोहना ३७८-४ मुराजपुर खौआलसँ सुन्द र सुज्योु. भूवन झा मुंगारी व-३६-७
नरसाम वलियास सँ बाला सुत कल्या ण मिश्र सप्ता ४१७=२ खडकाएकहरासँ घनश्यालमसुत गोकुल नाथ झा बेला ३०७=४
द्वादश: श्रेणी अलय अलयसँ कमल सुत नकट झा ४२४-६
सॅ सुत यशी भूवनझा रखवारी हरिअमसँ भगीरथ सुत निधि मिश्र ३९९=६ सुत हरदत्त ठाकुर ज. म. पालीसँ ज्योय. विष्णु७पति सुत ज्यो४. लाल बिहारी झा व.३९-७
रोहाड़ सोदरपुरसँ लालासुत भैयाराम चौधरी भवानीपुर ४०८=३ गौर सोदरपुरसँ सागरसुत पशुपति मिश्र कछुवा ३२४-७
गंगोली जालयसँ घमंडी सुत नेहाल चौधरी सुत उँमाई मिश्र (दशरथ)३५४-७
अलय-२ सँ रतिपति सुत आभीझा दामोदरपुर व.८६-५
मलंगिया कटाई सँ प्रद्यूम्नप सुत कमलापति झा फेंटकटाई व. ०६-०६
कन्हौयली बेलउँच सँ सागर सुत अरिविन्दफ झा व-१०४=३
उचतिसँ सुत प्रभुनाथ झा व-४१-२ नगराम काको बेलउँचसँ अन्ही सुत गोशाँइ प्रितम ४९३-२ धरौरा वलियाससँ वेणी पति सुत मदन सिंह लदौरक वलियास व-६२-३
त्रयोदश: श्रेणी ओझोलि नरउनसँ भवेश सुत घनश्यामम झा पण्डो लीक नरउन व.४९-६ सुत रंकझा कोलहट्टा पाली गौर सोदरपुरसँ धानासुतडीहा मिश्र जाँता व-६७-७ नागदह मन्नू्राम झा सवास कुसमालसँ सुत रघुपति झा मउआहा नेपाल काको बेलउँच सँ अन्दीर सुत धाना गरबन४९९=
पालीसँ सुत रमानाथ
चतुर्दश श्रेणी – १४ कुसमाल सँ सुत घासीराम चौधरी फनन्दलहसँ वदन सुत अन्दी झा व.१२=२ समौली पालीसँ बवनू देवान नगराम १७८-६ सनहा, धारू ठाकुर रखवारी हरिअम्वलसँ अपूछ सुत कृष्णझदत्त मिश्र ४०-८ जनाढ़ ज्ञानी-ध्यावनी
पति ठाकुर
पंचदश श्रेणी १५ नगर दिघो सँ मणि सुत चतुर ठाकुर करमौली ३१०=८
वलियाससँ सुत नीलाम्बचर नीलाम्बँर चौधरी कारू ठाकुर, सबौर, हरदत्तझा लौकिक संख्या -१५३
श्रेणी-१५
उपस्थित पन्जींकारक हस्ता-क्षर
श्री विश्व्नाथ प्र. नीरसू झा पञ्जीकार- सौराठ श्री गोपीनाथ प्र. सूचाई झा- यमसम श्री गंगाधर ठाकुर- ककरौड़ श्री लूटन झा- सौराठ श्री विष्णुादत्त मिश्र- सौराठ श्री वेदानन्दा मिश्र रानीटोल- रानी टोल श्री उँमापति झा- ककरौड़ श्री लक्ष्मीपदत्त मिश्र- सौराठ श्री कुमर झा- सौराठ श्री चिरञ्जीव झा- मंगरौनी श्री रघुनन्दवन झा- ककरौड़ श्री बबुए मिश्र क्वेलख श्री लक्ष्मीशकांत मिश्र क्वेलख
श्री शिवानन्द् झा ककरौड़ राज झा प्रेस दरभंगा – १९२९
गोत्र प्रवर युक्तग मैथिल शाण्डिल्यु-शाण्डिल्यावसित देवालस्रय:३ वत्सड-और्व्वमच्ययवन भार्गवजामदग्य्रा आप्ल६वाना:५ सावर्ण-५ -
काश्यणप-काश्याण वत्सायरनैकध्रुवा-३ पराशर-शक्ति वशिष्ठक पराशरा-३ कात्यापयन-कात्याणयन विष्णु आङ्गिरस-३ भारद्वाज-भारद्वाजाआङ्गिरस वार्हस्यवत्याु-३ गौतम-वशिष्ठादङ्गिरो वार्हस्पत्या-३ कौशिक-कौशिकात्रि जमदग्निय:-३ गार्ग-गार्ग घृत कौशिक माण्डवव्या्र्थव वैशम्पायना-५ कृष्णाात्रय-कृष्णाामया प्लयवान सारस्वनता-३ विष्णुावृद्धि-विष्णुावृद्धि कौर पुञ्ध्च त्रिसदस्या-३ वशिष्ठा-वशिष्ठात्रि सांकृत्यण-३ कौण्डिल्यि-आस्तिक कौशिक कौण्डिल्या--३ जातुकर्ण-जातुकर्ण आङ्गिरस भारद्वाजा-३ मौद्गल्यय-मोदगलाङ्गिरस वार्हस्पत्या-३ अनाम्म्काक्ष- -
परसातण्डीि-
‘‘तत्व चिन्ता मणि कारक म. म. पा. गंगेशक विषयक लेख प्राचीन पञ्जीसँ उपलब्धच”।।
पितृ परोक्षे पंच वर्ष व्य्तीते गंगेशोत्पमत्तिः इति प्राचीन लेखनीय: कुत्रापि
देवानन्दक पञ्जी ३९-२ छादनसँ जगदगुरू गुंरू गंगेश सुताय वभनियामसँ जयादित्य् सुत साधुकर पत्नीग
देवानन्दक पञ्जी ३३९-३ जगदगुरू गंगेश सुत सुपन दौ भण्डायरिसमसँ हरादित्या दौ.।। पुत्र सुताच गोरा जजिवाल सँ जीवे पत्नी् ए सुत सन्द गहि भवेश्वेर। अत्रस्थाने सुपनभ्रातृ हरिशर्म्म दारिति क्वचित् जजिवाल ग्राम
देवानन्द् पञ्जी ३०=५ छादनसँ उपायकारक म.म. पा. वर्द्धमान सुताच खण्डमवलासँ विश्ववनाथ सुत शिवनाथ पत्नी गंगेश- म.म. वर्द्वमान/ सुपन/ हरिशर्म्म
स्वाशजन्यपक्षत पाणि विड़न वसार्द्देवा पराधब्विना
हाक.ष्ट हरिनाथकेन गृहिणीत्यक्वाा विशुद्धाऽपिच दृष्टथवा दूव मनराएव मिथिला भूदेव वंशावली
व्याटख्याव पल्ललव कोमलेन विद्धत तत् भञ्जिकां पञ्जिकां।। शाके श्री हरिसिंह देव नृपति भूपार्क तुल्ये जनि तस्माशद्दन्तव मितेव्दिके द्विजगने पञ्जी प्रबन्ध् कृत: तस्माशत द्वैरिज वंश कलिंग सद्विश्वग चक्रं पुरा तद् विप्राय समर्पितं सुकृतिनं शान्तागय सर्वार्थिवो।।
षरयंत्री विद्वानक नामावली गुरू शिष्यगक क्रमानुसार
१. महामहोपाध्याीय गोढि़ शर्म्मा २. महामहोपाध्याीय माधव शर्म्माा ३. महामहोपाध्याीय अड़िया माधव शर्म्मास ४. महामहोपाध्याीय शंकर शर्म्मा ५. महामहोपाध्याीय यज्ञपति शर्म्मा् ६. महामहोपाध्याीय परशुराम शर्म्मा् ७. महामहोपाध्याीय वामदेव शर्म्माा ८. महामहोपाध्याीय पीताम्बशर शर्म्मार विद्यानिधि ९. महामहोपाध्याीय गोखूलनाथ शर्म्माब फनन्दमह १०. महामहोपाध्याय जगन्नारथ शर्म्माफ फनन्ददह ११. महामहोपाध्याय वंशधर शर्म्माा राजनपुरा दरिहरा १२. महामहोपाध्याय रघुनाथ शर्म्माथ फनन्दुह विनिर्जित कर्ण
१३. महोपाध्याूय दत्त प्र. विष्णु्दत्त शर्मा परमानन्द पुरी
।।वशैटी (अररिया) मन्दिरक शिलालेख।। (महारानी-इन्द्रनवती-सुरगन लोआम-राजवंशक महारानी)
वंशे सभा समाने सुरगन विदिते भूसुरास्या वतीर्णो राजा भूत कृष्ण देवो नृपति समर सिंहा मिधिस्या।त्मिजात: यस्मिन राज्याभिषेकं फलयितु मिवतद् भक्ति तुष्टोि महेश: कैलासाद् भूगतोद्याव्यलधिन सतितरां बैद्यनाथेन नाम्नाश: ।।१।।
तस्यस तनुज: सुकृति नृपवरो विश्व नाथ राजोभूत
विरनारायण राजास्तजस्याध व्यारशी स्वेातस्तास्य। नरनारायण राजो नरपति कुल मौलि भूषणभुम्युवन्नः अर्थिन कल्पजद्रूम इव सुरगन वंशा वतंसोत्सभूत ।।२।।
तस्यापि वैरि कुलसूदन रामचन्द्रस नारायणो नरपतिस्त नयो वभूव संमोदिता दश दिशो निज किर्तिचन्द्रग ज्योनत्सनमेहाभिरर्दि निवह सुखितश्चयेन॥३॥
यद्वान वारि परिवर्द्धित वारि राशि सक्रान्तर किर्तिविमलेन्दुन मरिचिकाभि: प्रोद्योतिता दशदिश: सतनुज इन्द्र नारायनोस्यन कुलभूषण राज राज:।।४।।
तेन् च सत्कु्लोजाता तनया मनबोध शर्म्मण: कृतिन: परिणीता बहुयत्ने्न स्त्रिलोचन नाद्रि पुत्रीव ।।५।।
यस्यात प्रताप तरना वूदितेऽपि चित्ते चिन्ताारविन्दप वनमालभते विकासम्
सौहृद्य हृद्य मकरन्दप च योदयेन तत्रैव यद्गुण गणा मधुपन्ति तोषाद् ।।६।।
यज्ञेर्देव गनो द्विजाति निरह: सस्ता।पनत्यायदवे: र्द्वाने: पूर्ण मनोरथोऽर्क पटन सन्नतिभि: सज्जना:।।७।।
गर्ज्जनद वैरि मदान्धम वारण चय शतञ्च प्रता पाङ्कुरो र्व्वास्याः सर्व्विजामे कृता गुणचये यश्या स्च्भूमितने ।।८।।
श्री श्री इन्दुवमति सती मतिमती देवी महाराज्ञिका जाता मैथिल माण्डराऽविधकुला म्मोीधौसरौजानया: दाने कल्पल लता मध: कृतवती श्री विष्णुौ सेवापरा पातिव्रत्यप परायणाच सततं गंगेवसम्पाविनी ।।९।।
शाकाद्वेनवचन्द्र शैल धरनी सेलक्षिते फाल्गुवने मासि श्रेष्ठ् तरे सिता हनि सिते पक्षे द्वितीयायां तिथौ
भूदेवेर्वर वैदिके र्म्मरठनपं निर्माथ सच्चिन्तिभि: स्त्रारत्रे सेन्हुिमती श्व्रस्यत विधिना प्राणप्रतिष्ठार व्यनधात्॥१०॥
सोदरपुर सम्भतव राजानु कम्पातलपजिविनी कृतिन: श्री शुभनाथस्यर कृतिर्म्मो्दं विज्ञेक्षं सन्त:न्ताणम ।।११।।
बीजी पुरुष (विभिन्न मूलक)
गंगौलीसँ वीजी गंगाधर ०१/०३
खण्डबला ग्रामोपार्जक साँई प्र. संकर्षण ०१/०४
एकमा वलियास वीजी धरणीधर ०१//०२
वरुआल मराढ़सँ वीजी दिवाकर ०१//०४
मंगरौनी माण्डरसँ वीजी त्रिनयनभट्ट ०१//०७
वाढ़ अलयसँ वीजी पंडित गंगाधर ०२/०७
मताओन दरिहरा सँ वीजी श्रीकर ०२//०१
सोनकरिआम करमहासँ वीजी वंशधर ०२//०५
पताउना खुआलसँ वीजी प्रजापति ०२//०९
महथौर अलयसँ वीजी वादन ०३/०७
शक्तिपालपुर नरउनसँ वीजी मनोधर ०३/०८
करुआरि सकराढ़ीसँ वीजी हरदत्त ०३/०९
सरिसवसँ वीजी रत्नपाणि ०३//०३
टकवालसँ वीजी हरिपाणि ०३//०७
अथ डोभेकरणीग्रामाय कामदेव बीजी (एकहरा वेलउँच) ०४/०३
विल्वपंचक (वेलउँच वीजी) राम ०४/०४
तेरहोत सकराढ़ीसँ वीजी गंगादित्य ०४/०८
कुजौलीसँ वीजी दान्तिय ०४//०१
रेकोरा सकराढ़ीसँ वीजी कपिलानन्द ०४//०७प
पालीसँ वीजी कपिलदेव ०४//०९
अवहिवा मण्डारमसँ वीजी कुसुमादित्य ०५/०८
कुसुमादित्य सुत गंगाधर फनन्दहवासी ०५//०१
सुपरानी गंगोली वीजी म.म.सुपट ०५//०७
उचति भण्डारिसम सँ वीजी महिपाणि ०६/०१
वभनियाम सँ वीजी हरिशर्म्म ०६/०४
मेहवाल सँ वीजी माधव ०६/०७
गढ़ विस्फीसँ वीजी विष्णुशर्म्मा ०६//०२
पवौलीसँ वीजी वाचस्पति ०७/०२
जलक्योपट्टराज वासर वीजी दामोदर (जालय) ०७/०४
मन्दवाल वीजी माधव ०७/०४
गढ़निखूतिसँ वीजी त्रिपाठीरूद्र ०७/०८ तल्हिनपुरसँ वीजी विष्णु शर्म्मा/ ०७/०८
राढ यमुगाम सँ वीजी श्रीकर ०७//०३
दरिहरा सँ वीजी कमलपाणि ०७/०४ गंगोर सँ वीजी शाश्वात ०७//०६ नरउनसँ वीजी महिधर ०७//०९ जजिवालसँ वीजी पण्डवपाणि ०८/०२ मेरन्दीँ सँ वीजी जनार्दन ०८/०५ तिसउँत सँ वीजी विश्वजम्भ०र ०८/०९ करहिया पनिचोभ सँ वीजी चण्डे्श्व८र ०८//०४ पनिचोभसँ वीजी मधुमन ०८//०७ तलिस्माँ पनिचोभ घूर्जटि ०८//०८ मानिछसँ वीजी वरसेश्वभर ९९/०२ टकबालसँ वीजी हरिकंठ ०९/०४ जगतिसँ वीजी जयकर ०९/०९ केउँटी राउढ़ सँ वीजी मसवास वासू ०९//०१ म्चाटन्दोज वलियाससँ वीजी पुरूषोत्तम १०/०६ बुधवालसँ वीजी वासुदेव १०//०९ त्रिलाढ़ी घुसौत सँ वीजी नरसिंह ११/०४ रामानन्दी टकवाली वीजी पाँखू ११//०१ पद्मपुर पकलिया वीजी वासुदेव १२/०५
जेजिवाल सँ वीजी अखुरी-थकमाने १२/०५ हरिअम्वसँ वीजी झाऊँ १२/०९
सुइरीसॅ वीजी शेखर १२//०१ जल्लीधी जालयसँ वीज वान्ध/व १२//०८
गाउल करमहा सँ वीजी मुरारी १३//०३ सिंहाश्रमसँ वीजी म.म.उ. हलायुध १५/०७ चोरवालसँ कराढ़ी वीजी सिद्धेश्व३र १६/०२ घुसौतसॅ वीजी वासुदेव १९//१० दिनाही सरिसवसं वीजी जनार्दन १७/०३ कोइयार सँ वीजी शूलपाणि १७/०८ चउँटी टकवालसँ वीजी रत्नेश्व्र १७//०१
थरियासँ वीजी त्रिलोचन १७//०६ कटाईसँ वीजी वाचस्पति १८/०४ सकुरीसँ वीजी देयी १८//०४
मरद्योध टकवालसँ वीजी सुचिकर २३//०३ सतलखासँ वीजी मतिकर २४/०६ धीरपुर पनिचोभ वीजी महेश्व४र २६/०५ पण्डुरआसँ वीजी पाठक गोविन्द २९/०४ सुरगनसँ वीजी म.म.३. उँमापति ७२/०३ ओइमि सँ ओयनाह वीजी १२७/०६
वलियास शुक्लह हरिवंश ०१//०२ मराढ़सँ आवस्थ क चन्द्रोकर ०१//०५ मंगरौनी माण्ड रसँ वीजी त्रिनयनभट्ट ०१//०७
माण्डरसँ अजयसिंह ०१//०९ माण्डररसँ महो वराह ०१//०९
माण्डररसँ सोढर जयसिंह ०१//१०
माण्डररसँ तक्क चिर्योय महास्त्र विद्या पारङ्गत नरसिंह ०१//०१० माण्डररसँ म.म. निधि ०२/०२ माण्डरर सँ म. विभाकर ०२/०२ करिअमसँ म.म. धर्माधिकरणिक मरथ ०२/०३ माण्डसरसँ म.म.उ. नारायण ०२/०३ माण्डसरसॅ म.म. नरदेव ०२/०३ माण्डसरसँ सँ म.म. उ. देवशर्मा सुता म.म. जगन्नाशथ म.म. देवनाथ ०२/०३ मिश्रनामी मिश्रगुणे मिश्र स्थितकर सदुचा. अमतू सदु. विशो म.म. उ. वटेशर ०२/०५ गढ़निखूति सँ म.म. उ. विद्याधर ०२/०६ वादअलय सँ पंडित गंगाधर ०२/०७ अलयसँ म.म. रामेश्वर ०२/०९ ततैल पण्डुपआ सँ म.म. दिवाकर ०२/०९ अलयसँ म. ग्रहेश्व.र म. लक्ष्मीाधर म. गंगाधर ०२//०१ मताओन दरिहरासँ म. रति ०२//०३ भैयामिश्र ठकुराइन लखिमा ०२//०३ कान्हाश म.म. वंशीपर, म. म. हरिवहम ०२//०५ म.म. हरिकेश म.म. धूर्त्तराज गोनू सकुराढ़ीसँ म.म. देयी खौआल म.म. उ. प्रजापति ०२//०९ खौआलसँ शर्म्मा धर्माधिकरणिक म.म. उ.हरिशर्म्माप ०३/०१ खौआलसँ गदाधर सुतौ म.म. नयपाणि महीपाणि ०३/०२ खौआलसँ म.म. रत्नपाणि दत्ता म. हरदित्यत म.म. भवादित्यर म.म.नयादित्यह म.म. धरादित्य/ ०३/०४
खौआलसँ आचार्यउदयवर ०३/०५ नाउन पनाइत भद्रेश्वखर ०३/०८ सकराढ़ीसँ म.म. उ.कारु सुता म. गोविन्द् म. स्थितिकर ०३//०२ म. जगद्धर म. हरिहर सरिसवसँ म. देवादित्यर जयादित्य म. हरादित्यन ०३//०४ वेलासकराढ़ी राउन मासो ०३//०९ टकवालसँ शुक्ला भिखारी ०३//०९ खौआलसँ धर्मा म.म. उ. होरील ०४/०१ सुइरीसँ धर्माध्यक्षक देवे १६/०६ ०४/०२ चतुर्वेदाध्याधयी कामदेव एसुता याज्ञिक परशुराम दिक्षितसोम त्रिपाठी कृष्णस महाआसँ अग्निहोनिक धनञ्जय ०४/०४ बेलउँच म.म. उ. राम ०४/०४ खण्डँवलासँ म.म. थेध, म.म. मेध, म.म. दामोदर म.म. महेश ०४//०६ मिथिलापाराज्योलपार्यक
गंगोली सँ पण्डित केशव ०४//०६ पालीसँ म. दितिकर म.म. शुचिधर आचार्य लक्ष्मी कर ०५/०३ म. गुणाधर म.म. शुचिकर म. म. गंगाधर सुता म. हलधर ०५/०४ धर्माधिपरिणिक म.म. नरसिंह म.म. वाछे सुरगनसँ सर्वज्ञ आँगू ०५//०१ फनन्दसहसँ गंगाधर सुत म. लखाई ०५//०२ सकुरीसँ म. नयपाणि ०५//०३ विस्फीसँ शान्ति विग्राहिक देवादित्यत राजवेल्लगभ भवादित्य् ०६//०२ पाणीगारिक विरेश्विर वार्तिक नैवधिक धीरेश्वर सप्रवण महा
सामन्ताधिपति महामहत्तक गणेश्वरर भाण्डागारिक यटेश्वर ०६//०३ स्था्नान्त्रिक हारुत मुद्राहस्तकक लक्षपति (वामरू शुभदत्त) भाण्डाागारिक जनेश्वशर ०६//०४ यमुगामसँ कार्य्यी माने ०६//०५ स्थाानान्तारिक हादत सुतौ महत्तक छोटाई ०६//०३ गढ़ निखूति सँ महामहत्तेक सुरेश्वर ०७/०५
बहेराढ़ीसँ स्थाानान्त्रिक रति ०७/०५ निखूतिसँ शान्तिविग्रहिक हरिहर ०७/०६ निखूतिसँ महामत्तक जगद्धर ०७/०६ तल्हतनपुर सँ शुक्लध ज्ञान ०७/०८
नरउनसँ म.म.उ. महिधर ०७//०९ जजिवालसँ शुक्लप कान्हर ०८/०३ खण्डावलासँ म.म.उ. ठाकुर रामभद्र ०८//०२ करढिया पनिचोभ राउल मासो ०८//०६ पुरोहित गोपाल ०८//०७ खण्डहवलासँ महोदधि ०९/०१ खाडवलासँ कापनि माधव ०९/०३ सिंहाश्रमसँ म. दधि ०९/०७ माण्डशरसँ शान्तिकरणीक पाँखू ०९/०७ पाली म. हलधर १०/०४ तिसउँतसँ पण्डित सुपाई १०/०५ वलियास म. हरादित्य१ १०/१० वेलउँच म. धर्मादित्य म. जयादित्य१ म. गयादित्यध म. महादित्य म. जीवादित्य/ १०//०३ म. रूद्रादित्यम म. मित्रादित्य् म. प्राणादित्य् सुइरि सँ प्रतिहस्तद प्रज्ञाकर १०//०११ बुधवाल सँ भानुकर ११/०१ बुधवाल सँ गंगेश्व्र ११/०३ उदनपुर जजिवाल आवस्पिक माने ११//०१ टकवालसँ एकार्तिक गोपाल ११//०२ दरिहरासँ म. म. रतिपति म. रामपति म. ज्ञानपति ११//०४ दरिहरासँ म.म. सुरपति म.म. इन्द्र१पति म.म. घृतिपति ११//५
दरिहरासँ म. कीर्तिशर्म्म म. प्रतिशर्म्मा म. हरिशर्म्मृ ११//०६
उदनपुर जटिवाल आवस्थिक माने १२/०६ बेलमोहन नरउन कार्य्यि गंगाधर १२/०८ हरिअमसँ दिक्षित झाउँ याज्ञिक त्रिलोचन १२/०१०
वरूआली माण्डर म.म. उ. शंकर १२//०१० जालय म.म.उ. रामेश्वमर सुता महामहत्तक गणपति महामत्तक रतिधर सदु. उपा. महिधर १२/११ एकहरासँ स्थानान्तपरिक सुधाकर १३/०३ दरिहरा कविराज सिरूर १३//०४ राजगुरू भद्रेश्वरर १३//०९ खौआलसँ म. साधुकर सुत म. सुधाकर १४/०५ सकराढ़ीसँ म.म. उ. हरिहर सुता स. नादू म. भादू स. चाड़ोका १४/०७ सरिसवसँ म.म. जयादित्य १४/०७ पवौली म. गंगापर १४//०३ पालीसँ प्र गौंढ़े १४//०४ खौआलसँ म.म. उ. बुद्धिकर १४//०५ दरिहरासँ म.म. हरिदेव १४//०९ दरिहरा लौरिक विश्वरम्भर १५/०१ सिंहाश्रम सँ म.म. हलायुध म. दधि म. जाई म. महिधर १५/०७ सोदरपुर म.म. हल्लेश्व१र, म.म. सुरेश्वार म.म.जीवेश्वर १५/०७ सोदरपुरसँ म.म. उ. योगीश्वुर १५//०२ म.म. ग्रहेश्वहर १५//०३ सोइमि धर्माध्यक्षक गढ़ाउन १६/०३
खौआलसँ धर्माध्यक्षक लभशर्म्मह १६/०६ खौआल सँ पनिहाते नोने १६/०७ शाण्डिल्य गोभे करमहा वीजी सुरेश्व६र अहपुर १६//०६ महार्णव कारक म.म. उ. नारायण १६//०६ खनौरी सकराढ़ी सँ धर्माध्यक्षक सर्वानन्द १६//०९ घुसौत सँ म.म. उ. वासुदेव १९//०१० खण्डतवलासँ म.म. उ. मधुसूदन म.म. उ. भवदेव म.म. उ. कामदेव २०//०८
गढ़विस्फीमसँ महत्तक होराई १७/०७ पनिचोभ म. सुपे १७//०३ जजिवालसँ आवस्थिक सिद्धेश्वकर १७/०३ विनतीसँ पराक अच्युित १७/०९ माण्डसरसँ म. पशुपति म. रघुपति म. रतिपति १८/०३ कराईसँ कवि केशरी म. म. उ. भीम १८/०७ गदनिखूतिसँ महाम्ममहन्त७क सुरेवश्वुर ७/०७-१८/०७ माण्डूरसँ म. गुणपति म. शिवपति म. इन्द्रिपति १८/०९ सोदरपुरसँ म.म. सरवए म. म. विश्व नाथ १८/०९ अलयसँ म. ग्रहेश्वतर १८//०१ कर्माधिकरणिक म.म. उ. गदाधर १८/०४ सकुरीसँ म.म. उ देयी १८/०४ खण्डीवलासँ म.म. ठ. रामदेव म.म.३-६ रतिदेव म.म. ठ. कृष्णरदेव म.म. लक्ष्मीथदेव १८/०८ खौआलसँ ज्योक. डी उ.र २१/०१ पाली सदुपाध्यालय गोदे २१//०२ खौआलसँ कवि कीठो प्र. कृष्णरपति २१//०५ नड़ुआर करमहा म. हरिपति उँमापति म. ज्ञानपति २१//१० छादनसँ तत्व. चिन्ताँमणि कारक जगद्गुरु गंगेश २२/०१ सोदरपुरसँ म.म. रविनाथ म.म. रघुनाथ म.म. लक्ष्मीदनाथ २२//१० सोदरपुर सरिसव म.म. जीवनाथ म.म. भवनाथ (अयाची) म.म. देवनाथ २२/११ सोदरपुर सरिसव म.म. शंकर म.महादेव, म. भासे. म. द. से २३/०१ सोदरपुर सरिसव म. गदाधर, म. गोविन्दा म. हरखू २३/०२ खौआलसँ म.म. देवादित्य २३//०४ पबौली सँ सदुपाध्यारय शिवदत्त २४//०१ पुड़ेनरउन सदु. जीवनाथ २५/०१ हरिअम्वसँ मीमांशक विभू २५//०९ माण्ड्रसँ म. सागर सुता सदु. जीवे महामहत्तक जोर २६/०३ माण्ड्रसँ सदुपाध्यावय विशो २७//०३ सरिसवसँ दौ होरिल २७//०५
बेहट करमहासँ सदु. राघव २७//०६ पनिचोभसँ फलाहारी दिनकर २७//०८ रैयाम सोदरपुर मीमांसक माधव २७//०८ वलियाससँ पनिधोध सुधाकर महिधोध युमंध २८/०३ एकहरासँ मीमांसक रुद्र धर्माधिकारणिक वादू राज पण्डित गढकू २८//०६ घोसोतसँ म.म. प्र. केशव सुता म. भा गोविन्दम २९/०५ घोसोतसँ म.म. गोविन्दज सुता म. लक्ष्मीथधर म.म. विद्यापति म.म. दामोदर म.म. रामनाथ. आगमाचार्य देवनाथ तर्काचार्य गोपीनाथ कन्टकोकारकारक म.म. मधुसुदन म.म. जनार्दन २९/०७ एकहरा सन्याासी काशी २९//०१ पण्डु आसँ म.म. पाठक गोविन्दा २९//०४ पण्डु आ सदु. हरि सदु. विष्णु सदु.डालू सदु.धीतू २९//०९ पण्डु आ म. मनोधर २९/०९ पण्डु आ पाँ गुणाकर (१३२६ ई.) २९//०९ पण्डु आ पाँ प्राणधर ३०/०१ पाँ आनन्दकर पाँ कान्ह पाँ माधव पाँ केशव पाँ नारायण ३०/०१ पाँ रामधर पाँ रत्नधर पाँ शुभंकर ३०/०१ पाँ सूर्यकर पाँ विभाकर ३०/०१ सकराढ़ी सदु. सुपे ३०/०२ फाहा बुधवाल म.म. रामदेव ३०/०८ करमहा म.म. रतिधर सुता म. कुलपति सदु. पशुपति विष्णुूपुरी ख्यात ३०//०२ म. रमापति म.म. मिथिला राज्योपार्जक उदयपुर राजस्थान महाराजक राजगुरु म.म.महेश, म.म.रामचन्द्र म.म. ठ. गोपाल राजर्षि ज्यो.तिर्विद धर्मशास्त्रवेत्ता ३०/०६ खण्ड.वलासँ अग्निहोत्रिक म.म. विश्वरम्भमर ३२/०७ जगतिसँ मिमांशक म.म. मिरुस ३५/०६ बुधवाल सदुपाध्यासय मणि ३६/०७ पुड़ेनरउन ज्योय. रामनाथ ३६//०५ माण्डनर सँ वैदिक विश्व म्भर ३८//०९
घुसौतसँ जगदगुरू म.म. सदानन्दप ३९/०४ फनन्दसहसँ महोगोढि़ ४१/०३ फनन्दसहसँ सन्यासी रुचि सदु.पा मुकुन्द म. काशी अहोतिकार ४१/०४
फनन्दसहसँ म.म. रामभद्र ४१/०६ फनन्दसहसँ म.म. रामरूद्रसुता पंडित राजपदांकित
म.म. मधुसूदन विद्यानिधि राजपदो वैद्यानाथ म. उमानन्दी म. बागीश त्रिदण्डी सन्याासी कारक म.म. रतीशा ४१/०८ भखरौली सकराढ़ी सदुपा. गोविन्दा सुत सदु. गदाधर ४१//०२ सदुपाध्यारय श्रीकान्ति ४१/०४ फनन्दधह गोशाई मदन ४१/०८ समौलि पाली परमगुरू पदॉंकित म.म. वाचस्पति ४२/०२ फनन्द हसँ गोशाईं सदु. बलदेव सुत गोशांइ जीवनाथ ४२//०१ एकहरासँ कनिकंठाभरण पदांकित वाचस्पति ४२//०४ सोदरपुरसँ ढाका कवि गणपति ४३//०३ वलियास सँ वेणीसुत श्रोत पल्लपव धीरू ४४/०१ पालीसँ परमगुरू वाचस्पति सुता म. वेणीनायक म.रघुनाथ म.म. पा. नरहरि ४५//०४ माण्डँरसँ यदुनाथ म.म. उ. पद्मापति परहर सकराढ़ी सँ म.म.उ. रामभद्र सुता म. भवदेव म.म. ज्योमति. यदुनाथ कविन्द्र पदों म.म. रघुनाथ ४६/०१ रांगोर भंगतिया राजन ४७//०९ करमहा वैष्ण व केशव ४९/०२ खण्डरबला पौलन्द्रश मणि ४९//०७ मंगरौनी पाली पाँ मोहन ५०//०३ पाँ धनेश ३१/०५ माण्डनर शंकरसुत म.म. सुत जगन्ना थ ३१/०६ सोदरपुरसँ खोतर सुत म.म. माधव सुता म. भगीरथ म. रमापति ५२/०९ मंगरौनी पाली पाँ धनेश ५२//०१ सरिसव सँ पौवार ५२//०५
सरिसवसँ पाँ भवदेव ५२//०७ सरिसव सँ डीङरसुत पाँ केशव ५३/१० दरिहरासँ बसाउन सुत म. जगन्नािथ ५३//०४ अलयसँ माधवसुत म. राघव ५३//०८ बेलउँच सँ वंशमणि सुतकविकालीदास ५४//०६ वलियाससँ कविशेखर चन्द्रकनाथ ५५/०२ कुजौलीसँ म.म. गोपीनाथ म.म. रघुनाथ ५५//०३
माड़नी वलियास पंडित राज पदांकित रघुनन्दन ५५//०७ सोदरपुरसँ रसमंजरी कारक कविभानुदत्त ५५//०१० बहेराढ़ी सँ भानुकर सुत म. रूचिकर ५७/०३ बहेराढ़ी सँ प्रज्ञाकर सुत दशावधान पदांकित रत्नाकर ५७/०४ बुधवालसँ भवानीनाथ सुत म.म. रघुनाथ ५८/०४ फनन्दलह सँ म. लक्ष्मीिधर ५८/०७ पालीसँ रतनूसुत पाँ रतिधर ५८//०४ वलियाससँ महो ओहरि ५८/०८ अलयसँ रघुसुत महोपराऊँ सुता ५९/०१ म. पशुपति म. रघुपति सोदरपुरसँ देवेसुत म.शक्तूघ म. जगतू म. मगतू म. मति. ५९/०६ वलियास सँ विश्वुनाथ सुत मिरियाएल यदुनाथ ५९//०४ समौलि पालीसँ म.म. रघुनाथसुता म. रामदेव म.कामदेव
म. महादेव म. रतिदेवा ५९//०७ वलियास मिश्र राघव सुता म. हरि कृष्णा म. राम कृष्णाम ६०/०२ वलियास सँ जगदीश सुत कविमणि पदांकित पशुपति ६०/०४ माण्डसरसँ नरपति सुत म. जनार्दन ६०//०४ गंगोलीसँ शोरे सुत म. काशी सुत म.म. प्रितिनाथ ६०/०६ बेलउँच जयकृष्णस सुत ज्योति. वाछाप्र. परशुराम ६१/०१ पालीसँ नालूसुत म. रामदेव म. यशोधर धर्माधिकरणिक म.म. नरहरि ६१/०४/५ पबौलीसँ म. वेणी ६१//०८ पालीसँ म.म. नरहरि सुता म.म. माधव २ केशव २ नारायण म. विष्णुम म. श्रीराम ६२//०१/२
पालीसँ माधवसुत म.म.वर्द्धमान ६२//०४ सोदरपुरसँ धनेशपौत्र गोपीनाथसुत सदु. बालकृष्ण ६२//०६ खौआलसँ गुणे सुत म.म. रूचि ६२//०७ पालीसँ कुलपति सुत चतुरकवि पदां. म.म. यदुनन्दान ६३/०६ पण्डुँआसँ पाँ लडावन नै. बुद्धिकर सुत पाँ होरेश्वनर सुता म.म.उ. महाजन म.म. उ.लान्हिदत्तपुत्र दामोदर म.म. पुरूपत्तिम ६४/१-२-३
पाँ सदु. हरिदेव- पण्डुदमासँ पाँ रतिदेव पाँ रामदेव पाँ रघुदेव ६४/०४ सोदरपुरसँ म.म. जोर ६४/०५ पण्डुुआसँ पाँ भगीरथ पाँ हरिश्वँर या मथुरेश पाँ देवकीनन्ददन ६४/०७ पण्डुुआ पाँ वंशीधर ६४//०१ पनिचोभसँ म.म. जानूसुत म.म. हरिनाथ ६४//०१ पनिचोभ सँ म.म. हरिनाथ सुता म. शिवनाथ म. विश्व/नाथ बुद्धिनाथ म. रतिनाथ म.म. दानीनाथ म. काशीनाथ म. देवनाथ ६४//०२ पनिचोभसँ म. शिवनाथ सुत कविशेखर पदांकित शतञ्जीव ६४//०३ विस्पीससँ म.म. जयदत्त सदु. किर्तिदत्त कविकोकिल राजपण्डित म.म. उ. विद्यापति ६४//०५-६ पण्डु्आसँ पाँ अच्युनत ६५/०१ पण्डु्आसँ पाँ वासुदेव पाँ रामकृष्णद ६५//०५ धोसोतसँ गरूड़ध्वसज म.म.उ. रघुनन्दमन ६५//५
पण्डुसआसँ सदुपाध्यामय धीतू ६५/०६ सोदरपुरसँ म. रतिपति ६६/०८ दरिहरासँ म.म.उ. गणपति ६६//०४ सोदरपुरसँ हरिखूसुत पाँ रामदेव पाँ रतिदेव पाँ केशव पाँ कृष्णन ६६//०५ दरिहरासँ बाबू सुत कवि भोरा प्र. हरपति ६७/०२ सकराढ़ीसँ रतिनाथ सुत पाँ अर्जुन पाँ माधव पाँ कांगा ६७/०४ वलियास सँ कविमणि पशुपति सुत महावल काशीनाथ ६७/०८ सरिसवसँ आचार्य बागू ६७//०१ बहेराढ़ी सँ अलंकार सुत पौगोनू ६७//०८ पनिचोभसँ बुद्धिनाथ सुत कवि रामदेव ६८/०१
दिघोयसँ जयदत्त सुत धर्माधिकरणिक भट्टजीवे ६८/०५ दिघोयसँ पार्णागारिक जानू दत्त ६८/०५ सोदरपुरसँ गोनू प्र. हेमाङ्गदसुत ज्यो/. उँमापति वैया भैरवदत्त ६८//२ बेलउँचसँ वासुदेव सुत म.म. रविनाथ ६८//०६ पाँडाअँसँ भगीरथ सुत पाँ जपशिव पाँ पशुपति धीरेश्वर ६९/०३ जमदौली पालीसँ ज्योत. जीवनाथ सुता ज्यो६ उँमानाथ ज्यो चिकू प्र.
रूपनाथ ज्योो. जीवनाथ ज्यो . श्री कृष्णय ज्योर. श्रीराम ६९//०२ माण्डीरसँ प्रसाद शुभंकर ६९/०१ जमदौली पालीसँ ज्यो्. श्रीनाथ सुता ज्योो. गुणानन्द ज्योल. लक्ष्मीशकांत ज्योा हेमाङ्गद ज्यो.. बछरू ६९//०४ ६९//०६ ओइनिसँ महाराज धीरसिंह ७०/०७ माण्डँरसँ उधे सुत कवि चिकू ७०//०३ सरिसवसँ सदु. गोविन्दक सुता म. बाबू प्र. सुधाकर पाँ. रामदेव पाँ दामोदर ७१/०९ सरिसव सँ पाँ दामोदर सुत पाँ कविपति ७१//०७ सरिसवसँ विश्वदनाथ सुत पाँ जयशिव पालीसँ गोविन्द ७१//०२ पालीसँ चिकूसुत पाँ गोविन्दु पण्डुपआसँ पाँ मिसर ७१//०२
पण्डुँआसँ जनार्दन्सुत म.म. उ. गोपाल पाँ मिसर ७१//०२ पण्डुँआसँ पाँ मिसर सुत पाँ श्रीधर पाँ श्रीनाथ ७१//०२ सरिसव सँ पाँ जयशिवसुत पाँ बलभद्र पाँ भैयन ७१//०३ सुरगनसँ म.म.उ. ऊँमापति एसुता म.म. उ. उग्रपति ७२/०३ एसुतो म.म.उ. प्राणपति एसुतौ म.म. तोषपति एसुतो म.म.उ. विश्व पति ७२/०४ सुरगनसँ आभीसुत कुल क्षेत्रो पार्जक राउराज थामे ७२/०५ सुरगन सँ चातुर्द्धरिक महाराज समर सिंह ७२/०७ सुरगनसँ महोज्योदतिर्व्विद खञ्ज कृष्णथदेव रूपराय दौ. हरिदेव ७२/०८ सरिसवसँ पाँ नेनू ७३/०५ पनिचोभसँ राजम प्र. हरपति सुत म. वाचस्पति म. रघु ७४//०३ खौआलसँ कमल सुत म. गुणाकर वैदिक पिताम्ब्र ७५/०४ वभनियामसँ गोविन्दध सुत पौराम ७५/०५ राधेपुरूष लक्ष्मीधपाणिसुत म. गोपाल म. श्रीराम क्षेत्र वास्तुि पदांकित
म.म. जगन्नापथ ७५/०६
महिषीपाली लक्ष्मीधदेव सुत वैया अमृतनाथ ७५//०८ बुधवालसँ रघुसुत म. परान ७६/०१ माण्डलरसँ म.म.उ. अनिरूद्ध ७६/०८-४०//०३ नरउनसँ परभूसुत सप्रक्रयनाथू प्रचण्डै राय पौखू अग्निराय पदां. किताङ्गोपी ७६//०४ सरिसवसँ रूचिनाथ सुत म.म.उ. वामदेव ७६//०५ सरिसव सोदरपुरसँ रामचन्द्र/ सुता म. रघुपति म.रतिपति म. धर्मपाल ७७/०१ सरिसव सोदरपुरसँ म.म. रति पति सुत म.म. रामेश्वपर म.म. रमाकान्त० सदु. घनश्यामम ७७//०६ पालीसँ दामूसुत म. मणिनाथ ७९/०३ पालीसँ नैष्ठिक धरानाथ ७९/०६ खौआलसँ अमरूसुता भाऐं ठो म. दामू म. पाँखू ७९/०७ नरउनसँ सरस्वुती राम ७९/०९ नरउनसँ म.म. हरिश्वरर अवलम्ब सरस्वमती पदां.
म.म.उ. नरेश सुत सरस्व ती राम ७९//०२ धकहरासँ भाष्कंर सुत म. शिवदेव ८०/०१ कुजौलीसँ कृष्णा दाश सुत कविगंगादाश म.म. गोविन्दे दास ८०/०८ माण्डीरसँ रंजनसुत पाँ हराई ८०//०५ सोदरपुरसँ म.म. जयदेव प्र. पसधर सुत म.म. माधव ८१//०८ हरिअम्बससँ भवदेव सुत म. महाजन ८२/०७ हरिअम्बससँ म. महाजन सुत म.म. शिवनाथ ८२/०९ घुसौतसँ म.म. कृष्णासनन्दव ८२//०५ हरिअम्बससँ बुद्धि श्रुतिधर पदांकित हरिदेव बुद्धि श्रुतिधर पदां रघु. ८२//१० पालीसँ रमापति सुत पल्व्् कार पदांकित भवनाथ ८३/०१ खण्डसबला सँ पाँ ठ. कमलमणि ८३/०६ दरिहरासँ गोपालसुत वै. जीवनाथ वै. विधू प्र. देवनाथ ८३/०७ दरिहरासँ वै. यदुनाथ ८३//०३ सरिसवसँ मोहनसुत सदु. साहेव पाँ घनश्या८म ८३//०९ सरिसवसँ सदु साहदेवसुत पाँ भानुदत्त ८३//०११ कटैया पाली पाँ गोविन्दप सुत पाँ वदसुत पाँ भगीरथ ८३//१० सल्हावी नरउनसँ हरिसुत कवि कृष्णद ८५/११ माण्ड रसँ रति दो सुत म.म. रघुनाथ म. शुभंकर ८५//०३
डुमरा बुधवलासँ गोपीनाथ सुत म.म. घनश्या१म ८५//०६ सिंहौलि माण्डलरसँ वैदिक विश्व.म्भरर सुत म. कुलपति म.चतुर्भुज ८६/०२ करमहासँ रामदेव सुत दिवान भोरानाथ ८६/०६ बधवास सरिसव पाँ छोटाई पाँ रघुनाथ पाँ कमलापति पाँ धरनीधर ८७/०२-४ करमहासँ देवनाथ सुत कवि विद्यापति ८७/०९ सोदरपुरसँ पाँ रतिदेव सुत पाँ मणिपद ८७//०२ वधवास सरिसवसँ पाँ धरिणीधर सुत पाँ शिवरत पाँ मैयन पाँ दिवाकर८७//०५ रैयाम सोदरपुरसँ पाँ शिवदेव ८९/०९ हरिअमसँ अनन्तसुत माँङ रघुपति ९०/०३ कन्होसली सोदरपुर भवेश सुत कवि कृष्णा० दत्त ९०/०५ भाड़नी वलियास रघुनन्दनसुत अभिनव पंडित राज पदां राय शंकर ९०//०४ पबौलीसँ जीवनाथ सुत वैया. राम ९०//०८ नडुआल माण्डनर सँ अनिरूद्ध सुत म. हेमकर ९१/०५ रूचौली करमहासँ नरोत्तम सुत म. उ. नन्दरन म.म. रामेश्वरर सदु. हरिश्वतर ९१/०९ म.म. रामेश्वमर सुता म.म. गंगादत्त म.म. लक्ष्मीुदत्त सुबोध ९१//०६-७
म.म. लक्मी्वमदत सुता म.म. जगद्धर म.म. श्याम प्र. रूद्रधर ९१//०८ खण्ड.बलासँ म.म. महेश सुत म.म. महाराज शुभंकर ९२/०३ म.म. शुभंकर सुत म.म. रघुराम ९२/०३ पुदे नरउन सँ राय रघुदेव पदां मोहन ९२/०४ सुल्हननी नरउनसँ महिपाणि सुत सरसकवि कुलपति ९२/०६ सिंहौलिमाण्डहर रूद्र हरपति ९२//०२ भौर खण्डाबलासँ गोपालसुत ज्योर. हेमाङ्गद ९३/०२ मलियाम नरउन सँ भवदेव सुत सदु. शधर ९३/०३ कन्होमली सोदरपुरसँ स्वतयं पाधी यदुनाथ ९३/०४ माड़रि वलियाससँ सदु वुढ़व ९३/०८ मंगरौनी पालीसँ यशोधर सुत म.म.सदु. पाँ रमापति ९३//०५ पवौलीसँ चाण सुत कविमोलन ९४/०२ खांगुड सरिसव सँ पाँ महिपतिसुत पाँ हेमाङ्गद पाँ हिरेश्व३र ९४/०६-७
बेहट करमहासँबनाईसुत कविमहिनाथ कवि ९४//४ कविजयकृष्णस सुत सदु जगन्नािथ ९४//०६
बेहट करमहासँ सदु. जगन्नााथ सुता कवि वेणीदत्त महोदार रमादत्त ९४//०८ दरिहरासँ रघुनाथ सुत म. माधव वैदिक विरेश्ववर ९५/०६ खण्डरवलासँ म.म. ठ. विश्वरम्भर सुत म.म. विश्व३नाथ म.बालकृष्णर ९५//०९ खण्डरवलासँ म.म. ठ. रघुराम म.म. ठ. परशुराम म.म. शिवराम ९६/१ दरिहरासँ म. माधव सुत वैदिक भगीरथ ९६/०९ दरिहरासँ वै. भगीरथ सुता सदु. आनन्दम वै. नित्याधनन्दम दिवान जयानन्दव ९६/०१ रजौरा माण्ड्रसँ भवेश सुत म.म. वामदेव सरिसवसँ रुचिसुत पाँ कारी ९८//०२ दरिहरासँ म.म. बन्धु/ ९८//०४ दरिहरासँ भिखारीसुत वै. विश्व/नाथ १००/०२ विविध विरूदाबलि विराजमान मानो सुत माना प्रतिज्ञापद पाँ. विवेक परशुराम समस्तथ प्रक्रिया विराजमान महोग्रप्रताप मिथिलालंकर महाराजाधिराज १००//०२ खण्ड्बलासँ मणिनाथसुत म.म. रूपनाथ कविश्याामनाथ १०१/०९ सरिसवसँ पाँ देवकीनन्दन पाँ उँमाइ १०१//०४ सरिसवसँ पाँ होरील १०२//०५ पालीसँ धौंधेसुत कवि कृष्णँपति १०३//०१ दरिहरासँ कीर्तिनाथ सुत वैदिक धननाथ १०३//०३ मलिछाम नरउनसँ भवदेव सुत ज्यो . नरेश सुत पौराणिक मनबोध १०३//७-८ सरिसवसँ कृष्ण पति सुत पाँ लक्ष्मी१पति पाँ हरिजीव १०३//०९ सरिसव सँ पाँ हरि श्रीकान्तु पाँ बदनू सुत पाँ लक्ष्मीह पति १०४/०१ अनलपुर कामहासँ रमानन्दसुत सर्वज्ञान म.म. बालकृष्णम सर्वज्ञ
सरस्वरती पदां. म.म. रूचिपति पण्डित राज पदां. म.म. रतिपति १०४/०२ दरिहरासँ रामसुत वैदिक भगीरथ गण पजियाड़ सोने प्र. रमापति १०४/०७ हरिअमसँ म.म. सचल प्र. भवानीरत वैया म.म. मोहन १०४//०५-६ पुडेनरउनसँ गंगादत्त सुत वैया राधानाथ १०६//०५ परियाम्बस वुधदानसँ मोहन सुत कवि कृष्णारनन्दय १०७/१०
सरिसवसँ पाँ वावूसुता पाँ हृषिकेश पाँ नारायण पाँ राधादित्य १०९/०२
सरिसवसँ गोविन्द सुत पाँ गदाधर १०९/०८ नाहस खौआल गोशाँइ सुता ज्योा. ह्रदयदत्त पाँ. राम म.ईश्व रदत्त म. नेनमणि १०९//१६ सरिसवसँ भवदेव सुत पाँ लक्ष्मीकपति १०९//०८ मंगरौनी पालीसँ भिखूसुत उपाध्याेय रमापति पाँ बधाई ११०/०५ मंगरौनी पालीसँ उपा. रमापति सुत पाँ धर्मङ्गद ११०/०६ पाँ धर्माङ्गद सुता पाँ हिरा पाँ मोती पाँ अधारी ११०/०६ पालीसँ पाँ मोती सुत पाँ वेणीमाधव ११०/०८ एकहरासँ माधवसुत सन्याासी काशी ११०//०३ खण्डाबलासँ शुभंकर सुत महोग्रप्रताप पुरूषोत्तम ११०//०४ सकराढ़ीसँ नकटू सुत वैदिक चन्दरक्त ११०/१० करमहासँ राघव सुत ज्योद. नीलकंठ १११//०१ पालीसँ गोशाँइ विश्वेोवर १११//०२ पबौलीसँ रंजन सुत पाँ हरिसेन ११२/०९ माण्डसर सँ मेधापतिसुत वै. च्छकपति ज्यो. बतहा ११२//०७ माण्डसर सँ वै. अच्छ.पति सुत वैदिक जीवपति ११२//०८ सोदरपुरसँ म. वाराहनाथ ७८/०१ ११२//०२-०४ नरउन सँ सरसकविकुलपति सुत वाँका उमानाथ ११३//०२ माण्डसर सँ विद्यी सुत उपाध्याथय काशीनाथ ११३//०५ बेहट करमहा सँ कृष्णादनन्दय सुत कविधर्मानन्द ११३//०६ पबोलीसँ कृष्ण पति सुत सर्वज्ञान गारीद ११४/०९ माण्डसरसँ शोभाकर सुत पाँ हियन सुता सदु. भोलानन्दद ११४//०१ पाँ. दयानाथ पाँ भवनाथ माण्डसरसँ हरिशिव सुत दरोगा ह्दयनन्दसन ११५//०४ खण्डडवलासँ मिथिलाराज कुलभूषण वाबूतुलापति सिंह ११६/०२ गंगोरा बुधवाल सँ देवकृष्ण सुत म.देवनाथ सुत म.म. कृष्ण/दत्त ११८/०६ खण्डरवलासँ मिथिलेश्वतर नरपति सुत सर्वस्व.दाता वाबू धर्मकर्मदता ११८//०७ बाबू नन्दान सिंह शौर्यार्जुन ठ. ठाकुर सिंह ११८//०८ पुड़ेन नरउनसँ जनार्दन सुत म. लोकनाथ मंगरौली पाली पाँ. हिरा सुत पाँ. मनबोध १२०//०२
खण्डौबलासँ जगतसिंह सुत म.म. कृष्ण सिंह १२०//०३
कन्हौली सोदरपुर रामेश्विर सुत वैया. परमेश्विर १२१/०१
सरिसवसँ भवानीनाथ सुत पाँ विश्वनाथ १२१/०३ पण्डुसआसँ पाँ हरिश्ववर सुत पाँ कृष्ण०पति पाँ बोध, पाँ कुढ़ाई १२१/०७ सरिसवसँ दशरथ सुत पाँ हेटू सुत पाँ. चाण १२१//०१ वलियाससँ भवेश सुत म.म. सीना तरौनी करमहासँ दुखन सुत ज्योु. कलानाथ १२२/०३
रूपौलि करमहा सँ महोपाध्यायय लान्हि १२२//०१ पबौलीसँ शुश्री सुत वैया. मनसरण १२२//०२ सोदरपुरसँ वैदिक होरी सुत वै. कुलमणि वै. वंशमणि १२३/०८ पालीसँ महोजगर्द्धर १२३//०१ सोदरपुरसँ म. जयनाथ १२३//०४ माण्डुरसँ गोखूल म.म. उ. चन्द्रशकर १२४/०२ सरिसवसँ धर्मपति सुत पाँ कमलनयन १२४//०६ पण्डुसआसँ पाँ पशुपति सुता पाँ नन्दीश्व र पाँ विकूप्र रमानाथ १२४//०७ पाँ नन्दीरश्व र सुता पाँ चाण पाँ गरीव पाँ भैया १२४/०८ सकराढ़ी सँ पाँ गोनू १२५/०१ जगौर माण्ड र सँ सुभान सुत नवलसाधिपति मातक १२६/०६ ओइनि सँ राज पण्डित कामेश्वनर १२७/०६ ओइनि सँ कुमर मतिदर सुत राजा हरिसिंह १२७/०४ दरिहरासँ बलभद्र सुत कवि रामभद्र सुतक कविशंकर १२८/०२३ बलियास सँ धराधर सुत म.म.उ. मिरिदत्त १२८//०२ हरडी सकराढ़ीसँ म.म. हरिहर सुता सदु. नान्द/ प्र. नन्दी१श्व७र सदु भद्रेश्वसर प्र. भादू सदु. सूपे सदु. चांड़ो १२८//०४ सरिसवसँ म. जयादित्य. १२८//०५
सकराढ़ीसँ डालू सुत पाँ कुलपति १२८//०६ हरडीसँ कराढ़ी सँ पाँ वेणी सुत पाँ रामभद्र १२६//०७ हरहरिसँ करादीसँ पाँ नरपति सुत पाँ जगन्नारथ १२८//०७ पाँ रघुनन्ददन पाँ कमलनयन सरिसबसँ म.ब. भैयन १२९/०१ फनन्दहसँ म.म. रतीशसुत म.म. इन्द्रदभान १२९/०३
सतलखासँ पुरन्दँर सुत म.म. बच्चू . १३०/०१ पबौलीसँ रघुनाथ सुत कविहट्ठी १३०/०३ करमहासँ रतन पतिसुत वैया. हरपति १३०/०६ कटका सोदरपुर सँ अच्युयत सुत कवि महिनाथ १३१/०३ सोदरपुरसँ लक्ष्मीचनाथ सुत म.म. दामोदर १३१//०१ अलयसँ हचलूसुत म. ज्ञानपति १३१//०१ अनलपुर करमहासँ चित्रधर सुत म. गौरीदत्त वैया. रज्जो पाँ. नेया प्र. हेमनाथ वैयाऋदि पाँ राम १३२//४ खौआलसँ भूषणसुत कवि हेमनाथ १३४/०६ रूचौलिए कटरा सँ कविनन्दान सुतो ज्योन. हरिश्व०र १३४/०८ रू. एकहरासँ ज्यो. हरिश्वँर सुत म.म. ज्यो/. गुणीश्वकर म.म. वृन्दायवनचन्द्रय १३४/९ जमरौली पालीसँ ज्योह. चिकू प्र. रूपनाथ ज्योल. (भूवदानन्दन कुमुदानन्दप परमानन्द) १३४//०१
ज्योल. कुमुदानन्द् सुत ज्योि सोनमणि १३४//०२ ज्योल. सोनमणि ज्योद. मनबोध ज्योप. भैयन कविलाल १३४//०४ करमहासँ हेमकर सुत वैया. रामनाथ १३४/०५ करमहासँ हेमकर सुत वैया. रामनाथ १३४//०५ बहेराढ़ीसँ प्रद्यूम्नासुत सदु. रामेश्वशर १३५/०२ पण्डुढआसँ पाँ. रतिदेव सुत पाँ हाड़ी १३५/०९ बलियाससँ धराधर सुत वैया. खुशिहाल १३५//०१ पालीसँ ज्योा. परमानन्दह १३५/०४ खण्डसवलासँ मोहन सुत कविगंगाधर १३६/०४ पण्डुँआसँ पाँ श्रीधर १३६/०९ पबौलीसँ कवि जीवनाथ १३६/१० करमहासँ केशव सुत कविन्द्र३ पदां. रतिदे १३६//०६ दरिहरासँ भगीरथ सुत गिरमिटिया रमाकान्त. १३७/१० सरिसवसँ मधुसूदन सुत पाँ. पशुपति १३८//०८ पालीसँ ज्योस. उमानाथ १४०/०२ तोधरा नरउनसँ विश्वतनाथ सुत कवि जामू १४०//०८
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पोथीक टंकणक लेल मोहतरमा नाजरीन, मोहतरमा जीनत, श्री प्रदीप आ श्री अजय आ प्रूफ-रीडिंग लेल श्रीमती रचना डोगरा, देवेश वर्मा आ राकेश रंजनकेँ धन्यवाद दैत छियन्हि। एतेक कम समयमे आ मोटा-मोटी अशुद्धि रहित परिणाम बिना हिनका लोकनिक सहयोगक सम्भव नहि छल। डिजिटल इमेजिंगक गुरुतर कार्यमे श्री उमेश कुमार महतो, बहादुरगंज, जिला किशनगंज, केर योगदान शब्दमे करब सम्भव नहि अछि। अन्तिम प्रूफकालमे श्री आशीष चौधरी, गाम चरैया, जिला अररियाक योगदान भेटल।
पाठ-प्रवेश:जीन मैपिंग (४५०-२००९ ए.डी)
शाखा पुस्तक देखबाक अवगति :शाखा पुस्तकमे सभसँ पहिने -वर्णाक्रमसँ अ सँ ऐ धरिक पातमे पत्र पञ्जी अछि। जकर विषय थिक कतेक गोत्र- गोत्रक अधीन कतेक मूल, मूलक विभेद मूलग्राम ओ तकर- ताहि मूलग्रामक अछि पुरुष। खण्ड १ मे शाखाक विस्तार अछि, प्रारम्भ भेल अछि शाण्डिल्य गोत्रक गंगोली मूलसँ आ जकर आदि पुरुष थिकाह गंगाधर। अगिला पीढीमे हुनक एक विवाहक दू संतान १.वीर झा आ २.नारायण। वीरक सन्तान पर्व पल्ली/ पवौली मूलक बीजी। आ नारायणक संतान आगाँ संकर्षणसँ खण्डवला (खडौरे) मूलक संस्थापक भेलाह। एहिना क्रमे प्रायः प्रत्येक मूलक बीजी पुरुष ठाम-ठाम भेटताह-
यथा पृष्ठ-संख्या १/३- गंगोली बीजी गंगाधर
पृ.सं. १/१२- एकमा वलियारु वीजी धरनीधर
पृ.सं. १/१४- वरुआली मराढ़ वीजी- दिवाकर
पृ.सं.- १/१७- मंगरौनी माण्डर वीजी त्रिनयन भट्ट इत्यादि।
शाखा पुस्तकक मुख्य विशेषता अछि- प्रयोजनक अनुसार विस्तार, पूर्वापरक ज्ञान हेतु अंकनक व्यवस्था कएल गेल अछि।यथा पृष्ठ संख्या- ८३/०६ आ १८१-६
उदाहरण- कमल मणि ठाकुरक विवाहक उल्लेख अछि- हुनका एक बालक- कुलमणि प्रसिद्ध फेकन ठाकुर। कमलमणि ठाकुरक विवाह दरिहरा मूलक रतौली शाखामे अभयनाथ झाक बालक भीखर झाक पुत्रीसँ। आब पढ़निहारकेँ समस्या हेतन्हि जे ई अभयनाथ सुत भीखरक पूर्व परिचय की छन्हि तँ हम देखैत छी जे भीखरक आगाँ मे ३८/५ लिखिकऽ हरिनन्दन झाक पिता रामचन्द्र झा छथि, जिनकर विवाहक उल्लेख ३८ पत्रक पहिल पारमे ५म पंक्ति रामचन्द्र झाक विवाह लिखल छन्हि। रामचन्द्र झाक दू गोट बालक रघुनन्दन आ दोसर हरिनन्दन। ई दुनू भाय खण्डबला मूलक रतिनाथ ठाकुरक दौहित्र छथि। एहि रतिनाथक परिचयक हेतु ३३॥२ अर्थात् पात संख्या ३३क दोसर पृष्ठ पर तेसर पंक्तिमे जीवे छथि खण्डबला मूलक। एहि जीवेकेँ उठाकऽ ३८ पातक पहिल पारक पाँचम पंक्तिमे अनैत छियन्हि। एहि ठाम देखैत छी जे जीवेक बालक छथि रामनाथ आ पाँथू। एहि पाँथूक बालक छथि रतिनाथ। एहि रतिनाथक विवाह छन्हि महिषी बुधवाल मूलक डालूक पौत्री ओ श्रीदत्तक पुत्रीमे। रतिनाथक विवाहक वर्णन एहि ३८ पातक पहिल पारक आठम पंक्तिमे। अस्तु एहि प्रकारेँ सभटा अंकक सहारासँ परिचय आगाँ बढ़ैत अछि। जाहि ठामसँ उद्धरण लेल जाइत अछि, ताहि ठाम नामक ऊपरमे माथपर (आगाँ) अंक लिखल जाइत अछि। ई अंक थिक, जतऽ नाम लए जएबाक अछि ओहि पातक संख्या ओ पंक्ति जतऽ नाम आनल जाएत अछि। ओहि ठाम नामसँ पहिने जतऽ सँ नाम आनल गेल ओहि पत्रक संख्या ओ पंक्ति।यदि परिचय पूर्ण अछि तऽ नाम अनबाक प्रयोजन नहि, मात्र जतऽ पूर्व परिचय लिखल अछि, ओहि पातक संख्या ओ पंक्तिक अंक मात्र लिखि देल जाइत अछि। जेना ११४ पातक पहिल पृष्ठपर चारिम पंक्तिमे अर्थात् ११४/४ मे वलियास मूलक राव शंकरक विवाहक उल्लेख भेल अछि। हुनक विवाह छल पवौली मूलक प्रितिनाथक कन्यामे। प्रितिनाथक विवाहक वर्णन १०३/२ मे भऽ चुकल अछि। हुनक विवाह छल कुजौली मूलक गोपीनाथक कन्यामे तँ मात्र १०३/०२ लिखि परिचय पूरा कऽ देल गेल, आब जिनका परिचय बुझबाक होएतन्हि तँ ओ १०३/०२ मे जा कऽ देख लेताह, अस्तु।
बहुत ठाम पूर्ण परिचय नहि रहलासँ अंकक उपयोग नहि कएल गेल अछि। एहि प्रकारेँ अंक लिखबाक प्रयोजन सिद्ध होएत अछि।
किछि सांकेतिक शब्द:
दौ- अर्थात् मातामह (नानाक नाम)
सँ- मूलक परिचायक
दौहित्र दौ (द्दौ.) माइक (मायक) नाना मातृ मातामह
सदु.- सदुपाध्याय
म.म.उ.- महामहोपाध्याय
वैया.- वैयाकरण
वै.- वैदिक
ज्यो.- ज्योतिष शास्त्रक ज्ञाता
बीजी- अर्थात् कोनो मूलक प्रारम्भिक ज्ञात पुरुष
छापामे पातक संख्याक हिसाबसँ टंकण आ अंकन भेल, मुदा एतए पातक संख्या तँ अक्षुण्ण रहल मुदा पाँतिक संख्या मे एकाध ऊपर नीचाँ भए गेल।जिज्ञासु पाठक पाँतिक निर्देश जे पातक संख्याक बाद अछि मे एकाध ऊपर देखि अल्प-प्रयत्नसँ अपन जिज्ञासा शान्त कए सकैत छथि।
खण्ड १ : विवरण
पत्र पंजी- खण्ड १ – पृष्ठ १-१४ (मूलग्रामक विभाजन कोन पुरखासँ)
गोत्र पंजी- खण्ड १ पृष्ठ १४-१५ (कतेक गोत्र आ ओकर अन्तर्गत कतेक मूल)
मेघापत्यः खण्ड १ पृष्ठ १७-३३७
दामोदरापत्यः खण्ड १ पृष्ठ ३३८-४५४
महेशापत्यः खण्ड १ पृष्ठ ४५५-६१०
माने गादू- खण्ड १ पृष्ठ ६११-६९०
ठाकुर चन्द्रपति [महादेव (थेघ), भगीरथ (मेघ), दामोदर, महेश- महेश ठाकुरक भाए सभक नामपर अध्याय सभक सिम्बोलिक नामकरण, सभटा मूल (१६७) क वर्णन।
पत्र-पञ्जी-(मूल ग्रामक विभाजन कोन पुरखासँ तकर विवरण)- ०१-४०
गोत्र-पञ्जी- (कतेक गोत्र आ तकर अन्तर्गत कतेक मूल)- १४-१५
महेश ठाकुरक सभसँ जेठ भाएक नामपर सिम्बोलिक अध्याय-नामकरण- मुदा एतए सभ मूलक विवरण (१७-३३७ मेघापत्य- मेघ ठाकुरक सन्ततिक विवरण)
महेश ठाकुरक पैघ भाएक नामपर दामोदरापत्य (३३८-४५४)
महेश ठाकुरक नामपर महेशापत्य (४५५-६१०)
माने-गादू (माने आ गादू दुनू भाएक सन्तान ६११-६९०)
गंगोली पं. गंगाधर, गंगाधरक दू सन्तान वीर (पर्वपल्ली-पवौली) आ नारायण, नारायणक पुत्र शूलपाणि, शूलपाणिक पुत्र हाले (प्रसिद्ध साँई प्रसिद्ध संकर्षण- खण्डवला ग्रामोपार्जक), संकर्षणक छह पुत्र- भद्रेश्वर,दामोदर, वैकुण्ठ, नीलकण्ठ, श्रीकण्ठ, ध्यानकण्ठ; श्रीकण्ठक छह पुत्र-श्यामकंठ,हरिकंठ,नित्यानन्द,गंगेश्वर, हरदत्त आ हरिकेश।
गंगेश्वरक तीन पुत्र- हल्लेश्वर,चक्रेश्वर आ पक्षीश्वर।
चक्रेश्वरक एक पुत्र-पद्मनाभ।
पद्मनाभक एक पुत्र पुरुषोत्तम।
पुरुषोत्तमक एक पुत्र ज्ञानपति।
ज्ञानपतिक दू पुत्र-उमापति आ सुरपति।
सुरपतिक तीन पुत्र- दूवे(प्रसिद्ध श्रीपति), लाखू, महिपति।
दूवे(प्रसिद्ध श्रीपति)क तीन पुत्र-हरपति,नरपति,चन्द्रपति(प्रसिद्ध चान)।
नरपतिक दू पुत्र-माने आ गादू।
चन्द्रपति(प्रसिद्ध चान)क चारि पुत्र-महादेव प्रसिद्ध थेघ(म.प्र. निवास), भगीरथ प्रसिद्ध मेघ, दामोदर, महेश।
खण्ड २
उपटीप
खण्ड ३
नगराम
मिथिला पञ्जी-विज्ञान प्रोन्नयन संस्थान, पचही हाउस, मिर्जापुर रोड, दरभंगा द्वारा मैथिल ब्राह्मण आ कर्ण कायस्थक अतिरिक्त आन जाति मध्य सेहो पञ्जी व्यवस्था लागू कएल जएबाक गप छल (आचार्य भोलानाथ झा, १८.१०.१९८२), मुदा ई संस्थान स्वयं विलीन भऽ गेल। पञ्जीक उद्देश्य जे छल तकर विपरीत ई ब्राह्मण आ कायस्थ समुदायक मध्य आन्तरिक स्तरीकरण आनलक, मिथिलाक लोकतांत्रिक मूल्यमे कमी आनलक, पञ्जीकारक निःस्वार्थ सेवा, सत्यनिष्ठा, आ विश्वासी होएबामे कमी आएल, बिकौआ वर्गक उत्पत्ति भेल आ बाल-विवाहक प्रथा आएल(जकर कारणक पूर्वमे वर्णन भए चुकल अछि), विधवाक संख्यामे अभूतपूर्व वृद्धि भेल आ आइ धरि समाज एहिसँ देखार भऽ रहल अछि कारण विधवा-विवाहक पक्षमे आ बाल-विवाहक विपक्षमे कोनो समाज-सुधार आन्दोलन मिथिलामे नहि दृष्टिगोचर भेल आ मैत्रेयी सन विदुषीक मिथिलामे उत्पत्ति पुरान गप भऽ गेल।
अपन सुझाव आ योगदान ई-पत्र द्वारा ggajendra@gmail.com पर पठाऊ, दूरभाषसँ ०६४५४-२४००११. मोबाइल न० – ०९४७००२२१६३ पर । पञ्जीकार विद्यानन्द झा “मोहन जी” मैथिल टोल, पूर्णियाँकेँ सेहो सूचित कए सकैत छी। ई आग्रह समस्त पाठक आ विशेष कऽ सौराठ, ककरौड़, ननौर, बनौली (नेपाल) आ आन-आन ठामक पञ्जीकार लोकनिसँ अछि। ई लोकनि अन्तर्जालक माध्यमसँ सूत्रबद्ध होथि।
गजेन्द्र ठाकुर-अपन माता श्रीमति लक्ष्मी ठाकुर, पिता स्वर्गीय कृपानन्द ठाकुर, पत्नी श्रीमती प्रीति ठाकुर आ दुनू बच्चा ओम (८ साल) आ आस्था (४ साल)केँ। भाए कुमार जितेन्द्र, भौजी शालिनी (सुनीता),भतीजी स्वास्तिका, बहिन नीलिमा (नीलू दीदी), बहनोइ श्री श्रीमोहन चौधरी आ भगिनी तूलिका आ मधूलिकाक सम्बल सदैव रहल।
नागेन्द्र कुमार झा-पिता श्री प्रद्युम्न कुमार झा, पितामह स्व. श्री सूर्य नारायण झा आ वृद्ध पितामह स्वर्गीय श्री मंगल झाकेँ।
पञ्जीकार विद्यानन्द झा-अपन पिता ओ गुरूवर पञ्जी शास्त्र मार्तण्ड स्व० मोदानन्द झा ओ ज्येष्ठ भ्राता श्री युत्तलाल भायक चरण कमल मे ई शब्द-पिण्ड।माता स्वर्गीया श्रीमती रामेश्वरी देवी आ धर्मपत्नी श्रीमती गीता झाकेँ। इशहपुर ग्रामवासी माण्डर सिहौलि मूलक श्रीमान गौरीनाथ झा प्रसिद्ध “घटक” भाय सँ जे सम्प्रति नवरत्न हाता पूर्णियाँ मे सदाचार मे रहि निवास करैत छथि आ खौवाड़े महुआ मूलक रानी ढोल कर्म स्व० उपेन्द्रनाथ झाक पुत्र श्री अमित कुमार झाजीक प्रति सस्नेह। हमर पुत्री चि० सौ० प्रज्ञा ओ चि० जया कें आ पुत्र चि० अभिनव मुरारीकेँ।
१४.०१.२००९
मकर संक्रान्ति -गजेन्द्र ठाकुर/ नागेन्द्र कुमार झा/ पञ्जीकार विद्यानन्द झा
कुरुक्षेत्रम् अन्तर्मनक - कण्ड 1 सँ 7 - गजेन्द्र ठाकुर
कुरुक्षेत्रम् अन्तर्मनक
गजेन्द्र ठाकुर
श्रुति प्रकाशन दिल्ली
Ist edition 2009 of Gajendra Thakur’s KuruKshetram-Antarmanak (Vol. I to VII)- essay-paper-criticism, novel, poems, story, play, epics and Children-grown-ups literature in single binding-published by Shruti Publication, 8/21, Ground Floor, New Rajendra Nagar, New Delhi -110008 Tel.: 25889656, 25889658 Fax: 011-25889657
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समर्पण
पिताक सत्यकेँ लिबैत देखने रही स्थितप्रज्ञतामे
तहिये बुझने रही जे
त्याग नहि कएल होएत
रस्ता ई अछि जे जिदियाहवला।
-पिताक प्रिय-अप्रिय सभटा स्मृतिकेँ समर्पित
आमुख
गजेन्द्र ठाकुरक सात खण्डमे विभाजित कुरुक्षेत्रम् अन्तर्मनक मे एकहि संग कठिनसँ कठिन विषयपर सुचिन्तित विश्लेषण भेटत आ उपन्यासक जटिल कथा केर गुत्थी सेहो भेटत सुलझाएल आ संगहि प्रेमक कविता आ प्रकृतिक गीत सेहो। सात खण्ड एहि प्रकार छन्हि-
खण्ड-१ प्रबन्ध-निबन्ध-समालोचना
खण्ड-२ उपन्यास-(सहस्रबाढ़नि)
खण्ड-३ पद्य-संग्रह-(सहस्त्राब्दीक चौपड़पर)
खण्ड-४ कथा-गल्प संग्रह (गल्प गुच्छ)
खण्ड-५ नाटक-(संकर्षण)
खण्ड-६ महाकाव्य- (१. त्वञ्चाहञ्च आ २. असञ्जाति मन )
खण्ड-७ बालमंडली किशोर-जगत
सभसँ महत्वपूर्ण बात ई जे सभ विषयक पाठकक आ पाठिकाक लेल एतए किछु ने किछु भेटबे करत । पुछलियन्हि जे एहन संरचना किएक तँ जे किछु कहलन्हि ताहिसँ लागल जे ई हिन्दी केर तार-सप्तक आ तमिलक कुरुक्षेत्रम् केर बीच मे कतहु अपन जगह बनेबाक प्रयास कऽ रहल छथि । फराक एतबे जे हिन्दी आ तमिल मे कएक गोटे मिलि कए संकलित भेल छथि एकटा जिल्दमे, आ एतए कएक लेखकक द्वारा विभिन्न विधा केर रचना नहि रहि हिनके अपन रचना पोथीमे उपलब्ध कराओल गेल अछि ।
कतेको पंक्ति भरिसक पाठकक मोनमे ग्रंथित-मुद्रित भऽ जएतन्हि, जेना कि
“ढहैत भावनाक देबाल
खाम्ह अदृढ़ताक ठाढ़
आकांक्षाक बखारी अछि भरल
प्रतीक बनि ठाढ़
घरमे राखल हिमाल-लकड़ीक मन्दिर आकि
ओसारापर राखल तुलसीक गाछ
प्रतीक सहृदयताक मात्र”
अथवा , निम्नोक्त पंक्ति-येकेँ लऽ लिअ :
“सुनैत शून्यक दृश्य
प्रकृतिक कैनवासक
हहाइत समुद्रक चित्र
अन्हार खोहक चित्रकलाक पात्रक शब्द
क्यो देखत नहि हमर ई चित्र अन्हार मे
तँ सुनबो तँ करत पात्रक आकांक्षाक स्वर”
मिथिलेक नहि अपितु भारतक कतेको संस्कृतिक प्रभाव देखल जा सकैछ हिनक कथा-कवितामे। एहिसँ मैथिली क्रियाशील रचनाक परिदृश्य आर बढ़ि जाइछ, आ नव-नव चित्र, ध्वनि आ कथानक सामने आबि जाइत अछि ।
कवि कोन मन्दाकिनी केर खोजमे छथि जे कहैत छथि-
“मन्दाकिनी जे आकाश मध्य
देखल आइ पृथ्वीक ऊपर...”
अपन विशाल भ्रमणक छाप लगैछ रचनामे नीक जकाँ प्रतीत होइत अछि । आ आर एकटा बात स्पष्ट अछि कोषकार गजेन्द्र ठाकुर आ रचनाकार गजेन्द्र ठाकुर भिन्न व्यक्ति छथि, व्यक्तित्वमे सेहो फराक... जतए कोशकारितामे सम्पादकत्व तथा टेक्नोलोजी –सँ सम्बन्धित व्यक्तिक छाया भेटिते अछि, मुदा सृजनक मुहुर्तमे से सभटा हेरा जाइत छथि ।
एहिमे सँ कतेको टेक्स्ट ओ रखने छथि इन्टरनेटमे मैथिलीक बढ़ैत
पाठककेँ ध्यानमे राखि, जेना कि विदेह-सदेह अछि http://videha123.wordpress.com/ मे, आ देवनागरी आ तिरहुता दुन्नु लिपिमे । जे क्यो मिथिलाक्षरक प्रेमी छथि तनिका सब लेखेँ तँ ई विरल उपहारे रहत ।
अनेको रचनामे मात्र गोल-मटोल कथे नहि, राजनीतिक भाष्य सेहो लखा दैत अछि। ताहिमे हिनका कोनो हिचकिचाहटि नहि छन्हि। ओना देखल जाए तँ कुरुक्षेत्र क कतेको महारथी छलाह = प्रत्येक वीर-योद्धा अपन-अपन क्षेत्र आ विधाक प्रसिद्ध पारंगद व्यक्ति छलाह,–क्यो कतेको अक्षौहिणी सेनाक संचालनमे, तँ क्यो तीरन्दाजीमे, आदि आदि । सभ जनैत छलाह जे धर्म आ अधर्मक भेद की होइछ मुदा तैयो सभ क्यो जेना आसन्न विपर्यायक सामने निरुपाय भऽ गेल छलाह। आजुक सन्दर्भमे सेहो कथा मे तथा व्याख्यामे एहन परिस्थितिक झलक देखल जाइत अछि । सैह एहि महा-पाठ –क (मेटाटेक्सट) खूबी कहब। नहि तँ ओ कियेक लिखताह- –
“देखैत देशवासीकेँ पछाड़ैत
मंत्र-तंत्रयुक्त दुपहरियामे जागल
गुनधुनी बला स्वप्न
बनैत अछि सभसँ तीव्र धावक
अखरहाक सभसँ फुर्तिगर पहलमान
दमसाइत मालिकक स्वर तोड़ैत छैक ओकर एकान्त
कारिख चित्रित रातिक निन्न
टुटैत-अबैत-टुटैत निन्न आ स्वप्नक तारतम्य
...”
एहि महापाठकेँ एकटा एक्सपेरीमेन्ट केर रूपमे देखी तँ सेहो ठीक , आ सप्तर्षि-मंडलक निचोड़ अथवा सप्त-काण्डमे विभाजित आधुनिक महा काव्य रूपमे देखी तँ सेहो ठीक हएत। जेना पढ़ी , सामग्री एहिमे भरपूर अछि, भरिसक किछु अत्युच्च मानक लागत , आ किछु किनको तत्तेक नहि पसिन्न पड़तन्हि । मुदा एहि ग्रन्थ निचयकेँ पाठक अवश्य स्वागत करताह , आ नवीन लेखक वर्गकेँ एकटा नव दिशा सेहो भेटतन्हि।
मैसूर, ९ जून २००९ उदय नारायण सिंह “नचिकेता”
निदेशक,
भारतीय भाषा संस्थान, मैसूर
अनुक्रम
खण्ड-१
प्रबन्ध-निबन्ध-समालोचना
१. फील्ड-वर्कपर आधारित खिस्सा सीत-बसंत
२. मायानन्द मिश्रक इतिहास बोध-प्रथमं शैल पुत्री च/ मंत्रपुत्र/
पुरोहित आ स्त्री-धन केर संदर्भमे
३. केदारनाथ चौधरीक उपन्यास “चमेली रानी” आ "माहुर"
४. नचिकेताक नाटक नो एण्ट्री: मा प्रविश
५. रचना लिखबासँ पहिने...............
६. कृषि-मत्स्य शब्दावली (फील्ड-वर्कपर आधारित)
७. मैथिली हाइकू/ हैकू/ क्षणिका
८. मिथिलाक बाढ़ि
९. विस्मृत कवि- पं. रामजी चौधरी (१८७८-१९५२)
१०. विद्यापतिक बिदेसिया- पिआ देसाँतर
११. बनैत-बिगड़ैत-सुभाषचन्द्र यादवक कथा संग्रहक समीक्षा
१२. भाषा आ प्रौद्योगिकी (संगणक, छायांकन, कुँजी पटल/टंकणक तकनीक),
अन्तर्जालपर मैथिली आ विश्वव्यापी अन्तर्जालपर लेखन आ ई-प्रकाशन
१३. लोरिक गाथामे समाज ओ संस्कृति
१४. मिथिलाक खोज
खण्ड-२ उपन्यास
सहस्रबाढ़नि
खण्ड-३ पद्य-संग्रह
सहस्त्राब्दीक चौपड़पर
१. शामिल बाजाक दुन्दभी वादक
२. मोनक रंगक अदृश्य देबाल
३. मन्दाकिनी जे आकाश मध्य देखल आइ पृथ्वीक ऊपर
४. पक्काक जाठि
५. निन्नक जीवन विचित्र
६. बंशी पाथि पकड़बाक प्रयास
७. अगिलही
८. अभिनव भातखण्डे
९. शिल्पी
१०. मोनक तटपर
११. सूर्य-चन्द्र गबाह
१२. वस्सावस
१३. स्थितप्रज्ञतामे लिबैत सत्यक प्रति
१४. पुरान भेल गप
१५. यौ शतानन्द पुरहित
१६. निगदति कुसुमपुरेऽभ्यर्चितं ज्ञानम्
१७. हमर बारह टा हैकू
१८. पुरहित
१९. इच्छा-मृत्यु
२०. वार्ड नं २९ बेड नं. ३२ सँ
२१. ट्रेन छल लेट
२२. सूर्य-नमस्कारक बहन्ने
२३. सन सत्तासीक बाढ़िक बहन्ने
२४. महाबलीपुरम समुद्र तटपर
२५. स्मृति-भय
२६. गाय
२७. श्राद्ध ने मरा जाय
२८. जाति
२९. पुत्रप्राप्ति
३०. गुड-वेरी गुड
३१. हर आ बड़द
३२. गंगा ब्रिज
३३. मुँह चोकटल नाम हँसमुख भाइ
३४. सपना
३५. चित्रपतङ्ग
३६. बिसरलहुँ फेर कर्णक मृत्युक छोट- छीन रूप
३७. शलातुर गाम
३८. काल्हि
३९. मोन पाड़ैत
४०. पथक पथ
४१. मिथिलाक ध्वज गीत
४२. बड़का सड़क छह लेन बला
४३. पता नहि घुरि कए जाएब आकि
खण्ड-४ कथा-गल्प संग्रह
गल्प गुच्छ
१. सर-समाज
२. हम नहि जायब विदेश
३. राग वैदेही भैरवी
४. काल-स्थान विस्थापन
५. बैसाखीपर जिनगी
६. सर्वशिक्षा अभियान
७. जातिवादी मराठी
८. थेथर मनुक्ख
९. बहुपत्नी विवाह आ हिजड़ा
१०. स्त्री-बेटी
११. बिआह आ गोरलगाइ
१२. प्रतिभा
१३. जाति-पाति
१४. अनुकम्पाक नोकरी
१५. नूतन मीडिआ
१६. मिथिलाक उद्योग
१७. मिथिलाक उद्योग-२
१८. बाढ़ि, भूख आ प्रवास
१९. नव-सामन्त
२०. रकटल छलहुँ कोहबर लय
२१. मृत्युदण्ड
२२. बाणवीर
२३. प्रवास
खण्ड-५ नाटक
संकर्षण
खण्ड-६ महाकाव्य
त्वञ्चाहञ्च
असञ्जाति मन
खण्ड-७ बालमंडली / किशोर-जगत
बाल-नाटक
१. अपाला आत्रेयी
२. दानवीर दधीची
बाल-कथा
१. ब्राह्मण आ ठाकुरक कथा
२. राजा अनसारी
३. राजा ढोलन
४. बगियाक गाछ
५. ज्योति पँजियार
६. राजा सलहेस
७. बहुरा गोढ़िन नटुआदयाल
८. महुआ घटवारिन
९. डाकूरौहिणेय
१०. मूर्खाधिराज
११. कौवा आ फुद्दी
१२. नैका बनिजारा
१३. डोकी डोका
१४. रघुनी मरर
१५. जट-जटिन
१६. बत्तू
१७. भाट-भाटिन
१८. गांगोदेवीक भगता
१९. बड़ सुख सार पाओल तुअ तीरे
२०. छेछन
२१. गरीबन बाबा
२२. लालमैन बाबा
२३. गोनू झा आ दस ठोप बाबा
वर्णमाला शिक्षा: अंकिता
बाल-कविता
१. ट्रेनक गाड़ी
२. के छथि
३. राजा श्री अनुरन्वज सिंह
४. सूतल
५. अखण्ड भारत
६. मोनक जड़िमे
७. पुनः स्मृति
८. कलम गाछी
९. हाथीक मुँहमे लागल पाइप
१०. बानर राजा
११. चिड़ियाखाना
१२. जमबोनी
१३. बौआ ठेहुनिया मारि
१४. ट्रिंग-ट्रिंग-ट्रिंग
१५. भोरक बसात
१६. छाहक करतब
१७. सपना
१८. कोइरीक कूकू
१९. शितलपाटी
२०. मकड़ीक जाल
२१. वायुगोलक
३०. हाथीक सूप सन कान
३१. छुट्टी
३२. बौआ गेल सुनि
३३. मिथिला
३४. बादुर सोंस
३५. की? किए? कोना? के?
३६. फेर आएल जाड़
३७. आगाँ
३८. अंध विश्वास
३९. अभ्यास
४०. आँखिक चश्मा
४१. तीने टा अछि ऋतु
४२. दरिद्र
४३. रौह नहि नैन
४४. जूताक आविष्कार
४५. बूढ़ वर
४६. रिपेयर
४७. नोकर
८४. क्लासमे अबाज
४९. एस.एम.एस.
५०. टी.टी.
५१. खगता
५२. क-ख सँ दर्शन
५३. चोरकेँ सिखाबह
५४. नरक निवारण चतुर्दशी
५५. नौकरी
५६. मरकरी डिलाइट
५७. दीयाबाती
५८. फ्रैक्चर
५९. बापकेँ नोशि नहि भेटलन्हि
६०. दहेज
६१. बेचैन नहि निचैन रहू
६२. होइ अछि जे हुम लुक्खी नहि छी
६३. थल-थल
६४. क्रिकेट-फील्डिंग
६५. मैट्रिक प्लक
६६. काँकड़ु
६७. कैप्टन
६८. दूध
६९. अटेंडेंस
७०. शो-फटक्का
७१. भारमे माटि
७२. कंजूस
७३. पाइ
७४. असत्य
७५. समुद्री
७६. गाम
७७. लोली
७८. तकलाहा दिन
७९. बिकौआ
८०. गद्दरिक भात
८१. एकटा आर कोपर
८२. महीस पर वी.आइ.पी.
८३. गप्प-सरक्का
८४. फलनाक बेटा
८५. ट्रांसफर
८६. मजूरी नहि माँगह
८७. दोषी
८८. लंदनक खिस्सा
८९. प्रथम जनवरी
९०. ऑफिसमे भरि राति बन्द
९१. नानीक पत्र
९२. केवाड़ बन्द
९३. जेठांश
९४. सादा आकि रंगीन
९५. जोंकही पोखरिमे भरि राति
९६. गैस सिलिण्डरक चोरि
९७. फैक्स
९८. दीया-बाती
९९. इटालियन सैलून
१००. शव नहि उठत
१०१. अतिचार
१०२. रबड़ खाऊ
१०३. बाजा अहाँ बजाऊ
१०४. पिण्डश्याम
१०५. पाँच पाइक लालछड़ी
१०६. चोरुक्का विवाह
१०७. भ्रातृद्वितीया
१०८. नव-घरारी
१०९. रिक्त
११०. प्रवासी
१११. वेद
११२. चोरि
११३. होली
११४. बुद्ध
११५. कोठिया पछबाइ टोल
११६. बुच्ची-बाउ
११७. आकक दूध
११८. केसर श्वेत हरित त्रिवार्णिक
गजेन्द्र ठाकुर अद्भुत व्यक्ति छथि। प्रखर मेधा आ प्रचण्ड ऊर्जा सँ सम्पन्न।हुनक प्रतिभाक पसार बहुत व्यापक छनि। ओ भाषा, साहित्य आ समाजक उत्थानमे जी-जान सँ लागल छथि। गजेन्द्र ठाकुर बहुभाषाविद् छथि। हुनक ई गुण शब्दकोश-निर्माण, अनेक भाषा मे पारस्परिक अनुवाद आ विभिन्न प्रकारक अनुसंधान मे प्रतिफलित भऽ रहल अछि। ओ मैथिलीक पहिल ई-पत्रिका “विदेह”क जनक छथि। “विदेह” मैथिली केँ वैश्विक मंच प्रदान कयलक अछि। मैथिल संस्कृतिक संरक्षण आ विकासक लेल ओ एकटा विलक्षण आर्काइवक निर्माण कयने छथि जे निरन्तर संवर्धनशील अछि।सात खंड मे प्रकाशित “कुरुक्षेत्रम् अन्तर्मनक” गजेन्द्र ठाकुरक सृजन आ विमर्शक फुलबाड़ी थिक। साहित्यक कोनो विधा गजेन्द्र बाबू सँ छूटल नहि छनि। हुनक साहित्यिक बहुरंगी दुनिया बहुत प्रांजल आ लोकहितकारी अछि।बाल-साहित्य मे तऽ हुनक कलाक उत्कर्ष आ निखार अनुपम अछि।
-– सुभाषचन्द्र यादव
ISBN:978-81-907729-7-6
गजेन्द्र ठाकुर, पिता-स्वर्गीय कृपानन्द ठाकुर, माता-श्रीमती लक्षमी ठाकुर,जन्म-स्थान-भागलपुर ३० मार्च १९७१ ई.,गाम-मेंहथ, भाया-झंझारपुर,जिला-मधुबनी,“विदेह” ई-पत्रिका http://www.videha.co.in/ क सम्पादक जे आब प्रिंटमे (देवनागरी आ तिरहुतामे) सेहो मैथिली साहित्य आन्दोलनक प्रारम्भ कएने अछि।१.छिड़िआयल निबन्ध-प्रबन्ध-समीक्षा, २.उपन्यास (सहस्रबाढ़नि) ,३. पद्य-संग्रह (सहस्राब्दीक चौपड़पर),४.कथा-गल्प (गल्प-गुच्छ),५.नाटक(संकर्षण), ६.महाकाव्य (त्वञ्चाहञ्च आ असञ्जाति मन) आ ७.बाल-किशोर साहित्य (बाल मंडली/ किशोर जगत ) कुरुक्षेत्रम् अंतर्मनक (खण्ड १ सँ ७ ) नामसँ।हिनकर कथा-संग्रह(गल्प-गुच्छ) क अनुवाद संस्कृतमे आ उपन्यास (सहस्रबाढ़नि) क अनुवाद अंग्रेजी ( द कॉमेट नामसँ) आ संस्कृतमे कएल गेल अछि।मैथिली-अंग्रेजी आ अंग्रेजी-मैथिली शब्दकोश आ पञ्जी-प्रबन्धक सम्मिलित रूपेँ लेखन-शोध-सम्पादन आ मिथिलाक्षरसँ देवनागरी लिप्यांतरण। अंतर्जाल लेल तिरहुता यूनीकोडक विकासमे योगदान आ मैथिलीभाषामे अंतर्जाल आ संगणकक शब्दावलीक विकास। मैथिलीसँ अंग्रेजीमे कएकटा कथा-कविताक अनुवाद आ कन्नड़, तेलुगु, गुजराती आ ओड़ियासँ अंग्रेजीक माध्यमसँ कएकटा कथा-कविताक मैथिलीमे अनुवाद। ई-पत्र संकेत- ggajendra@gmail.com मोबाइल नं-९९११३८२०७८
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पाँ देवानन्द प्रसिद्ध छोटी झा पँञ्जी सँ मूल क्रमे बीजी पुरूषक नाम ओ पत्रांक गंगोली सँ बीजी गंगाधर १/१ (१-१) खण्डलबला सँ बीजी संकर्षण १/४ (...
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पंजी-प्रबन्ध पंजी प्रबन्धपूर्व मध्य कालमे ब्राह्मण कायस्थ आऽ क्षत्रिय वर्गक जाति शुद्धताक हेतु निर्मित कएल गेल। एहि अंकमे ब्राह्मणक पंजी-प्र...
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खण्ड-१ प्रबन्ध-निबन्ध-समालोचना प्रबन्ध निबन्ध समालोचना फील्ड-वर्कपर आधारित खिस्सा सीत-बसंत १.३ मायानन्द मिश्रक इतिहास बोध-प्रथमं शैल पुत्री...